
जांजगीर चांपा से दीपक यादव की रिपोर्ट-
जांजगीर- चांपा। जिला प्रशासन ने(administration) 777 जनता को जागरूक करने के लिए तरह-तरह का प्रयास किया है ।इसके उपरांत भी लोग अपने सेहत के प्रति इतना लापरवाह दिख रहे हैं। जनता (public) की लापरवाही प्रशासनिक अमले की समझ से परे होती जा रही है ।लोगों को मुनादी करके अपनी सेहत का ध्यान रखने के लिए निवेदन पर निवेदन (request किया जा रहा है । इसके बाद भी लोग प्रशासन के अनुरोध को गंभीरता से लेने के बजाय लापरवाह बने हुए हैं । स्थानीय निकाय सहित थाना स्तर पर लोगों को अनावश्यक इधर उधर जाने से रोका जा रहा है। तथा अत्यंत आवश्यक होने पर मास्क तथा गलब्स का प्रयोग कर आने जाने का निवेदन किया जा रहा है। इसके बाद भी लो इस गंभीर चेतावनी को हल्के में ले कर प्रशासनिक अमला द्वारा दी गई समझाइश को नजरअंदाज करने में लगे हुए हैं ।इसे लेकर प्रशासनिक अमला हैरान व परेशान है कि आखिरकार लोगों को किस तरह के सतर्क तथा जागरूक किया जाए।
पुलिस-प्रशासन कर रहाजागरूक
हॉट बाजार,चौक चौराहों,में लोगों का भीड़ तथा किया जा रहा है हंसी ठिठोली इतना गंभीर स्थिति पर पहुंच गया है कि उन्हें कोरोना वायरस का कोई डर भय नहीं रह गया है। पुलिस तथा स्थानीय निकाय के जागरूकता दल को लोगों के द्वारा ओके टाटा जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर मजाकिया दृष्टिकोण से देखा जा रहा है। स्थानीय निकाय तथा पुलिस विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर हर पल ड्यूटी करते हुए लोगों को जागरूक करने का जबरदस्त प्रयास किया जा रहा है।
सब्जी बाजार में उमडी भीड
शहर के कई सब्जी बाजारों में लोगों का मेला जैसी भीड़ को देखकर बड़ी हैरानी हो रही है। यहां भी पुलिस ने अपने स्तर पर लोगों को भीड़ नहीं करने तथा अभिलंब अपने घर जाने के लिए समझाइश दिया। इसके उपरांत भी लोगों का भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रहा है आखिरकार प्रशासन ऐसी परिस्थिति को नियंत्रण में करने के लिए करे तो करे क्या ?
20 रुपए में बिक रहा मास्क
पुलिस द्वारा जब लोगों को मास्क प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है । तो लोग कह देते हैं कि मास्क बाजार में नहीं मिल रहा है, जबकि सच्चाई यह है कि खुले बाजार में 15 से ₹20 में मास्क उपलब्ध है । इसके बाद भी लोग मास्क का प्रयोग करने पर कोताही बरत रहे हैं,यहां तक कि जिनके पास मास्क है वे बिना प्रयोग के घूमते हुए नजर आ रहे हैं। इस पर बढ़ती जा रही गंभीर लापरवाही को प्रशासन के द्वारा शक्ति करते हुए इसे अनिवार्य रूप से प्रयोग कराना ही इसका एकमात्र विकल्प बच जाता है क्योंकि लोग जहां इस पर बेपरवाह नजर आ रहे हैं । वहीं इसके चलते कोरोना वायरस संक्रमण का गंभीर खतरा लोगों पर मंडराने लगा है जिसे आम जनता जानते समझते भी ना समझी की जा रही है । आज कोरोना वायरस को लेकर हो रही लापरवाही आने वाले कल को केवल रोना ही रोना जैसी परिस्थिति बन सकता है इसलिए कोरोना वायरस को ओके टाटा करने के लिए मास्क का प्रयोग एकमात्र विकल्प है न की जागरूकता दल को ओके टाटा कहना के बजाएं सावधानी तथा बचाव सही और अच्छा विकल्प बनेगा।