
रायपुर। रायपुर नगर निगम की सामान्य सभा 25 नवंबर को शुरू होने जा रही है. जिसमें महापौर व एमआईसी सदस्यों से जानकारी के लिए पक्ष विपक्ष द्वारा सवाल लगाया गया। सामान्य सभा को लेकर नगर निगम की तरफ से 12 नवंबर को अधिसूचना जारी की गई थी। 16 नवंबर तक प्रश्न लगाने का समय निर्धारित था. प्रश्न लगाने वाले पार्षदों में मीनल चौबे, सूर्यकांत राठौर, प्रमोद साहू, मृत्युंजय दुबे, मनोज वर्मा सहित अन्य शामिल है.
सामान्य सभा के लिए पार्षदों ने दो-दो प्रश्न लगाए हैं. अधिकांश भाजपा पार्षद ने वार्ड की समस्याओं को लेकर प्रश्न लगाएं हैं। वही नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे सामान्य सभा को लेकर कहा कि हम जो एजेंडे को देखते हैं. तो शहर से जुड़े विकास संबंधित कोई भी कुछ भी नहीं है. जो भी बातें हैं पूर्व में जो दुकानें बनी हुई है। नगर निगम के माध्यम से जो बिक नहीं रही है, जिनका बार-बार री-टेंडर किए जा रहे हैं. उन्हीं विषयों को वर्तमान एजेंडे में लाया गया है. इसके अलावा शहर के जितनी बेचने की तैयारी है उसे एजेंडे में शामिल में किया गया।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह बहुत ही आश्चर्य की बात है कि 4 महीनों में शहर में जनता से जुड़े संबंध हो शहर के विकास में वार्डों के विकास है. जो चीज संबंध वह सब एक भी विषय मुद्दे इन्हें नहीं मिले। यदि सामान्य सभा के अभी एजेंडे को देखेंगे चर्चा से कोई संबंध नहीं है नगर निगम को जो मूल कार्य वार्डो के अंदर की समस्या है नाली पानी सड़क बिजली वह सब मुद्दे को लेकर चर्चा किया जाना चाहिए था. इसका मतलब साफ है जो शहर के महापौर है उनको समझ में नहीं आ रहा है कि वे किस चीज में चर्चा करनी चाहिए किस चीज में नहीं करनी चाहिए। वार्ड के जनप्रतिनिधि है जो पार्षद है जो वार्डो की समस्याओं को सदन में लाना चाहता है। सामान्य सभा में अपनी बातों को रख सकता है जो अपने वार्डो की जनता को बता सके कि उनकी समस्याओं को सदन में रखा गया है। पर इन सब चीजों से एजेंडे का कोई सरोकार नहीं है।
नगर निगम के महापौर एजाज ढेबर ने सामान्य सभा को लेकर कहा सामान्य सभा में शहर विकास से संबंधित 14 मुद्दों पर चर्चा होगी। क्योंकि छह-सात महीने बाद सामान्य सभा हो रही है. अच्छे एजेंडे उसमें रखे गए हैं प्रमुख तौर पर जो जमीनों को लीज पर दे रहे हैं. दुकाने जो नहीं बिकी है, ऐसे बहुत से मुद्दे पर चर्चा होना है. 14 एजेंडों के साथ-साथ प्रश्नकाल ही रहेगा। वही कोरोना को लेकर कहा यदि हालत बिगड़ती है तो इसे स्थगित भी किया जा सकता है। वहीं विपक्ष द्वारा जोरों से तैयारी को लेकर कहा विपक्ष का काम होता है कि वह हमें किसी ने किसी तरीके से गिरा और उनका धर्म में भी होता है लेकिन हम चाहते हैं कि जब हम अच्छा काम कर रहे हैं. जब कोई अच्छा कार्य कोई विजन लेकर करते हैं तो उनको तारीफ भी करनी चाहिए. हर जगह विरोध,हर बात का विरोध,हर चीज का विरोध यह नहीं होनी चाहिए। एक अच्छा दल एक अच्छी पार्टी वह कहलाता है। जैसे इनकी पार्टी में अटल बिहारी बाजपेई जी अच्छे को अच्छा बुरा को बुरा बोलते हैं यदि कोई अच्छा काम करते तो सदन में खड़े होकर तारीफ करते थे इस तरीके से अटल बिहारी जी से सीखना चाहिए यदि कोई अच्छा काम होता है तो उसको सराहना जरूर करनी चाहिए।