आठ दुश्मन देशों से जंग के बीच अचानक योगी बाबा के पास पहुंचे इजराइल के राजदूत
LUCKNOW NEWS. इजराइल इन दिनों आठ देशों से जंग लड़ रहा है। इस जंग के बीच इजराइल को उत्तर प्रदेश की जरूरत आन पड़ी है। इसी संबंध में इजराइल के राजदूत रूवेन अज़ार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पिछले दिनों मुलाकात की। इस शिष्टाचार भेंट में इजराइल और भारत, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के मध्य सम्बन्ध और प्रगाढ़ करने को लेकर विचार-विमर्श किया गया।
बताते चलें कि इजराइल में उत्तर प्रदेश से 5,000 से अधिक लोग स्किल्ड मैनपावर के रूप में कार्यरत हैंं। इनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के चलते इजराइल की सरकार अन्य लोगों को भी कार्य के लिए लेने की इच्छुक हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में दो स्थान पर ग्राउण्ड वॉटर तथा पीने के पानी के क्षेत्र में इजराइल से सहयोग लिया जा रहा है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में ग्राउण्ड वॉटर का प्रयोग कर ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से खेती की उपज बढ़ाने के सम्बन्ध में डीपीआर प्रस्तुत किया गया। शासन स्तर पर इस पर शीघ्र निर्णय लिया जाएगा।
आगरा में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए इजराइल के सहयोग से कार्य किया जा रहा है। इजराइल के सहयोग से दो सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स कार्यरत हैं। इनमें जनपद बस्ती का सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फलों से तथा जनपद कन्नौज का सब्जियों से सम्बन्धित है। इजराइल के सहयोग से जनपद कौशाम्बी में सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर फ्रूटस तथा जनपद चन्दौली में सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर वेजिटेबल स्थापित किये जा रहे हैं। इजराइल की टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर महाकुम्भ प्रयागराज 2025 को और सुरक्षित बनाने के सम्बन्ध में भी विचार विमर्श किया गया। पुलिस मॉडर्नाइजेशन तथा एण्टी ड्रोन तकनीक के क्षेत्र में इजराइली विशेषज्ञता का प्रयोग किये जाने पर चर्चा की गई।
हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इजराइल के राजदूत रूवेन अज़ार ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर इजराइल और भारत, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के मध्य सम्बन्धों को और प्रगाढ़ बनाने को लेकर चर्चा हुई। बैठक में इजराइल में उत्तर प्रदेश के स्किल्ड मैनपावर की उपलब्धता बढ़ाने के सम्बन्ध में चर्चा की गयी। इजराइल में उत्तर प्रदेश से 5,000 से अधिक लोग स्किल्ड मैनपावर के रूप में गये हैं। इनका प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है। इजराइल की सरकार अन्य लोगों को भी वहां कार्य के लिए लेने की इच्छुक है। बैठक में ड्रिप इरिगेशन तथा पेयजल के क्षेत्रों में सहयोग पर भी विचार विमर्श किया गया।
ज्ञातव्य है कि उत्तर प्रदेश में दो स्थान पर ग्राउण्ड वॉटर तथा पीने के पानी के क्षेत्र में इजराइल से सहयोग लिया जा रहा है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में ग्राउण्ड वॉटर का प्रयोग कर ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से खेती की उपज बढ़ाने के सम्बन्ध में एक डीपीआर प्रस्तुत की गयी है। शासन स्तर पर इस पर शीघ्र ही निर्णय लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त आगरा में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए इजराइली टेक्नोलॉजी एवं कम्पनियों के साथ मिलकर कार्य किया जा रहा है।
वर्तमान में इजराइल के सहयोग से जनपद बस्ती तथा कन्नौज में 02 सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स कार्यरत हैं। इनमें जनपद बस्ती का सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फलों से तथा जनपद कन्नौज का सब्जियों से सम्बन्धित है। बैठक में इन सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स को और प्रभावी बनाने पर भी चर्चा की गयी। इन दोनों सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स को कृषि विज्ञान केन्द्रों से जोडक़र किसानों के बीच इनकी पहुँच बढ़ाने पर बल दिया गया। इसके अलावा इजराइल के सहयोग से जनपद कौशाम्बी में सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर फ्रूट्स तथा जनपद चन्दौली में सेण्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर वेजिटेबल स्थापित किये जा रहे हैं।
बैठक में पुलिस मॉडर्नाइजेशन तथा एण्टी ड्रोन तकनीक के क्षेत्र में इजराइली विशेषज्ञता का प्रयोग किये जाने पर भी चर्चा की गयी। महाकुम्भ प्रयागराज 2025 में इजराइल की टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर इसे और सुरक्षित बनाने के सम्बन्ध में भी विचार विमर्श किया गया।
इजराइल के राजदूत ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विगत 7 वर्ष में इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में बहुत कार्य हुए हैं। यहां नई सडक़ें, मेट्रो, आरआरटीएस के संचालन तथा नये एयरपोर्ट्स के निर्माण में बहुत प्रगति हुई है। उन्होंने अनुरोध किया कि यहाँ की कम्पनियाँ इजराइल में आकर कार्य करें और वहाँ के इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें।