
नारायणपुर- हमेशा विवादों से घिरे रहने वाले आईपीएस उदय किरण पर अब एक नया मामला सुनने को मिला है. जहा आईपीएस उदय किरण ने अपने ही ड्राइवर आरक्षक की बेरहमी से पिटाई की है. जिसके बाद ड्राइवर जयलाल नेताम को हॉस्पिटल में एडमिट करना पड़ गया. इस घटना के बाद आदिवासी समाज में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है. आईपीएस उदय किरण फिलहाल नारायणपुर जिले के एसपी हैं. बता दें कि इसी समय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी बस्तर दौरे पर हैं.
आपको बता दें कि भारतीय पुलिस सेवा के 2015 बैच के अफसर रहे IPS उदय किरण पर यह पहला मामला नहीं है. इसके पहले भी इस तरह की कई शिकायतें सुनने को मिली थी. जब आईपीएस उदय किरण ने किसी की बुरी तरह से पिटाई की थी.जिसमे उदय किरण ने भारतीय जनता पार्टी के एक नेता की सिंघम स्टाइल में बेल्ट से पिटाई की थी. इसके अलावा उदय किरण के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों ने 2018 में महासमुंद विधायक विमल चोपड़ा और उनके समर्थकों पर लाठीचार्ज किया था. जिसमें विधायक समेत दर्जनभर समर्थक बुरी तरह घायल हो गए थे.
बता दें हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने महासमुंद की घटना पर भी आईपीएस उदय किरण के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं.
दरसअल, नारायणपुर एसपी गाड़ी साफ नहीं होने से नाराज थे। जानकारी के अनुसार आज करीब सुबह 8 बजे नारायणपुर एसपी उदय किरण ने गाड़ी की सफाई नहीं करने पर अपने ड्राइवर आरक्षक जयलाल की पिटाई कर दी। पीड़ित ड्राइवर ने बताया कि गाड़ी साफ नहीं होने से पुलिस अधीक्षक ने मुझे पीटा है जिससे मेरी पसली भी टूट गई है।
वही इस पूरे घटना पर आदिवासी समाज के नेता एवं पूर्व सांसद सोहन पोटाई ने कहा है कि उदय किरण ने लात-घुसा से आरक्षक की पिटाई की है. वह चलने की स्थिति में नहीं है. उन्होंने एसपी उदय किरण को तत्काल पद से हटाने की मांग और एट्रोसिटी का केस दर्ज करने की मांग की है. बता दे इस मामले में आदिवासी समाज की बैठक भी बुलाई गई है.जिसके बाद शासन की ओर से कार्रवाई नहीं करने पर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी गई है.
वही आईपीएस उदय किरण ने इस मारपीट की घटना से साफ इंकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि सरकारी गाड़ी की सफाई नहीं थी. मैंने उसे डांटा और कहा कि अगर तुमसे गाड़ी की सफाई नहीं होती है तो तुम को लाइन भेज रहा हूं.