
Independence Day 2022:आज भारत देश में आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर में ध्वजारोहण किया। इसके बाद पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आजादी के इतने दशकों के बाद पूरे विश्व का भारत की तरफ देखने का नजरिया बदल चुका है। समस्याओं का समाधान भारत की धरती पर दुनिया खोजने लगी है। विश्व का ये बदलाव, विश्व की सोच में ये परिवर्तन 75 साल की हमारी यात्रा का परिणाम है।
इस दौरान पीएम मोदी ने 25 साल के पंच प्रण के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि आने वाले 25 साल के लिए हमें ‘पंच प्रण’ पर अपनी शक्ति, संकल्पों और सामर्थ्य को केंद्रित करना होगा। अनुभव कहता है कि एक बार हम सब संकल्प लेकर चल पड़ें, तो हम निर्धारित लक्ष्यों को पार कर लेते हैं।
पीएम मोदी ने जिन ‘पंच प्रण’ के बारे में बताया वो ये हैं-
1. विकसित भारत
2. शत प्रतिशत गुलामी की सोच से आजादी
3. विरासत पर गर्व
4. एकता और एकजुटता
5. नागरिकों का कर्तव्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,”अब देश बड़े संकल्प लेकर चलेगा, और वो बड़ा संकल्प है विकसित भारत और उससे कुछ कम नहीं होना चाहिए। दूसरा प्राण है किसी भी कोने में हमारे मन के भीतर अगर गुलामी का एक भी अंश हो उसे किसी भी हालत में बचने नहीं देना।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,” तीसरी प्राण शक्ति- हमें अपनी विरासत पर गर्व होना चाहिए… चौथा प्राण है- एकता और एकजुटता… पांचवां प्राण है- नागरिकों का कर्तव्य, इसमें प्रधानमंत्री भी बाहर नहीं होता है, राष्ट्रपति भी बाहर नहीं है।”
पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले 25 साल के लिए हमें उन पांच प्रण पर अपनी शक्ति को केंद्रित करना होगा। 2047 जब आज़ादी के 100 साल होंगे तो आज़ादी के दिवानों के सारे सपने पूरे करने का जिम्मा उठाकर चलना होगा।