
नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के चेयरमैन सायरस पूनावाला ने कहा है कि कोविशील्ड की तीसरी डोज जरूरी है। पूनावाला ने हाल ही में बताया था कि उन्होंने और सीरम के हजारों कर्मचारियों ने तीसरी डोज लगवाई है। दूसरी ओर, अमेरिका में भी वैक्सीन के बूस्टर डोज को मंजूरी दे दी गई है। इसकी शुरुआत सितंबर से होगी।
पूनावाला ने कहा कि दूसरी डोज लेने के छह महीने बाद एंटीबॉडीज कम होने लगती है। इसलिए मैंने तीसरी डोज लगवा ली। सीरम के सात से आठ हजार कर्मचारियों को भी तीसरा डोज दिया गया है। दो डोज के बीच आदर्श अंतर दो महीने का है। हालांकि सरकार ने 12 से 16 हफ्ते का अंतर तय किया है।
वैक्सीन की बूस्टर डोज देने पर सरकार ने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन फॉर कोविड-19 (नेगवैक) के चेयरमैन प्रो. वीके पॉल ने कहा, कोरोना से बचाव के लिए बूस्टर डोज के मुद्दे पर अगस्त के पहले सप्ताह में नेगवैक की बैठक में चर्चा हुई थी। इस मामले में वैज्ञानिक तौर पर क्या प्रगति हो रही है इस पर गहरी नजर रखी जा रही है। देश और दुनिया में इस पर अध्ययन हो रहा है। अमेरिका सहित दुनिया के कई देशों ने बूस्टर डोज को मान्यता दी है। यह देखना होगा कि बूस्टर डोज की जरूरत किसको और कब है।