बना दिया कागजों में ओडीएफ गांव जाकर देखा तो एक भी शौचालय नहीं
दिनेश गुप्ता
दन्तेवाड़ा : जिला दन्तेवाड़ा के कुवाकोण्डा ब्लॉक मे गढमिरी गांव ऐसा है कि जिसको ओडीएफ और निरमलग्राम घोषित किया गया है,इस गांव मे सात पारा है सातो पारा मे किसी के भी घर मे टायलेट नही है और यहा कि टॉयलेट बने वाली राशि निकाल लिया गया है ग्रामीणों ने बताया की गांव में कही भी शौचालय नहीं बना वही गाँव को ओडीएफ के साथ निर्मल ग्राम भी बना दिया ।
वही ग्रामीण ने बताया कि घरो मे टायलेट नही है और इस बार बनना था पर क्यों नही बनाया हमे पता नही और हमने गड्ढे भी खोद रखे है । घरों में जो छोटे बच्चों के लिए घटना कि वजह न हो ।
ग्राम पंचायत गढ़मिरी शासन की योजना के तहत निर्मल ग्राम व ओडीएफ घोषित हो चुका है जबकि गांव वाले व सरपंच और वर्तमान सचिव की बात सुने और खुद जाकर गांव में देखें तो भ्रष्टाचार का एक नया कारनामा नजर आता है की किस तरह इस गाँव के ग्रमीणों के साथ जनपद पंचायत के जिम्मेदार अधिकारीयो के द्वरा भ्रष्टाचार को अंजाम दिया है
ग्राम पंचायत में पूरे गांव में कहीं भी शौचालयों का निर्माण नहीं किया गया वहीं दो-दो बार रिपेयरिंग के पैसे भी जिला पंचायत से यीशु किए गए पर वर्तमान सरपंच कागजी कार्यवाही व कानूनी दांवपेच से बचने के डर से गाँव की सच्चाई के साथ गांव में टॉयलेट नहीं बने हैं तो मैं रिपेयरिंग का पैसा भी नहीं लूंगा ।
सारे मामले में पूर्व सरपंच पूर्व सचिव की मिलीभगत का नतीजा वर्तमान सरपंच सचिव नहीं भुगतना चाहते इसेलिए उन्होंने मीडिया से अपनी शिकायत की है ।
सरपंच ने बताया कि मैंने तो किसी के घर में टायलेट नही देखा हु । जब मै जिला पंचायत आफिस गया तो आधीकरियो ने बताया कि तुम्हारा गांव निरमलग्राम बना है ।
दुबारा आप के गांव मे दुबारा टायलेट नही बनेगा मेरा गांव निरमलग्राम कागजात मै घोषित कर दिया गया है और मुझे तीन लाख रुपये टायलेट रिपेयरिंग के लिए दे रहे थे लेकिन मैने मना किया जहां टायलेट नही है मै रिपेयरिंग किस का करू ।