
गीदम. लगभग एक साल पहले नगर में सड़क चौड़ीकरण के साथ नाली निर्माण कार्य करवाया गया था । इस नाली का निर्माण गुणवत्ताहीन तो हुआ ही साथ ही नाली निर्माण में हुई लापरवाही का खामियाजा दुकानदारों को भुगतना पड़ रहा है। नाली निर्माण में हुई इस लापरवाही से सबसे ज्यादा प्रभावित हारमपारा में स्थित वेल्डिंग, आटोमोबाइल रिपेयरिंग दुकान वाले है। इन दुकानदारों का कहना है कि नाली निर्माण में उचित मापदंडों का उपयोग नही किया गया हैं। जिसके कारण उनके सामने रोजीरोटी का संकट खड़ा हो गया है। इस नाली निर्माण से सबसे ज्यादा प्रभावित वेल्डिंग दुकान के मालिक ए जे मोसा हुये है।
नाली निर्माण से प्रभावित दुकानदारो ने बताया कि पहले नाली की ऊंचाई काफी ज्यादा थी, लेकिन स्थानीय नेताओं के हस्तक्षेप व नगर के लोगो के दबाव के बाद विभाग ने नाली की ऊँचाई नगर में एक फ़ीट कम कर दी थी। साथ ही नाली निर्माण से प्रभावित लोगों को प्रशासन द्वारा दस हजार रुपये का मुआवजा तुरंत दिया गया था, व पचास हजार रुपये का मुआवजा कुछ दिनों बाद देने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन नाली निर्माण के एक वर्ष से भी अधिक का समय बीत जाने के बाद भी पीड़ितों को इसका मुआवजा नही मिल सका है। ए जे मोसा ने बताया कि मुआवजे के लिये वो कई बार अधिकारियों से मिल चुके है लेकिन उन्हें हर बार आश्वासन के अलावा कुछ नही मिला।

गुणवत्ताहीन नाली निर्माण के कारण सड़क में बहता बारिश का पानी
ए जे मोसा की वेल्डिंग की दुकान है और उनका पूरा परिवार इसी पर निर्भर है। लेकिन नाली निर्माण के कारण उनकी दुकान का कामकाज पूरी तरह प्रभावित हुआ है उनके सामने रोजीरोटी का संकट खड़ा हो गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि गुणवत्ताहीन नाली निर्माण के कारण सड़क में बहता बारिश का पानी उनके घर के अन्दर घुस जाता है और उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ता है। मुआवजा राशि के लिये वो अधिकारियों के पास कई बार जा चुके है लेकिन किसी ने भी उन्हें सकारात्मक जवाब नही दिया। उन्होंने कहा इस बार वो कलेक्टर के पास लिखित शिकायत लेकर जायेंगे व उन्हें पूरी घटना से अवगत करवायेंगे।
इस संबंध में पीडब्ल्यूडी विभाग के ईई थॉमस जोसेफ से बात की गयी तो उनका कहना है कि इस मामले में शीघ्र कार्यवाही की जायेगी। अभी वो बाहर है कल मोसा जी से मुलाकात कर उनकी समस्या का निराकरण किया जायेगा।