दुष्कर्म के आरोप में निलंबित पुलिस का सिपाही चलाता था हनीट्रैप का गैंग, ऐसे हुआ खुलासा
राजस्थान। बिजनौर में हनीट्रैप के जाल में फंसाकर उगाही करने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गैंग कि महिला ने पहले ब्रश कारोबारी को अपने प्यार के जाल में फंसाया फिर उसे रामनगर के एक होटल में मिलने के लिए बुलाया। कारोबारी जैसे ही होटल के कमरे में घुसा उसके थोड़ी देर बाद चार आरोपी मौके पर पहुंचे। जिसमें दो ने पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी। फिर इन लोगों ने कारोबारी को पुलिस का डर दिखाया और नौकर समते उसे गाड़ी में बैठाकर कहीं दूसरी जगह ले गए।
आरोपियों ने कारोबारी को रेप के मामले में फंसाने और बदनाम करने की धमकी दी और छोड़ने के लिए 10 लाख रुपये की मांगे। बदमाशों ने कारोबारी के एटीएम से 20 हजार रुपये भी निकाले और फिर कारोबारी को 10 लाख रुपये लाने के लिए छोड़ दिया और कहा पैसे लाओ और अपने नौकर को ले जाओ। बदमाशों से चुंगल से छूटने के बाद कारोबारी ने थाने में इनकी शिकायत दर्ज कराई और बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस द्वारा एक टीम बनाई गई। पुलिस ने बदमाशों को पकड़ने के लिए घेराबंदी की और मौके से सभी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस को इनके पास से घटना में इस्तेमाल की गई कार, दो तमंचे, पुलिस की 2 वर्दियां और 16000 हजार रुपये बरामद किए जो कारोबारी के एटीएम से निकालने गए थे। हनीट्रैप में फंसाने वाली महिला मनीषा मौके से फरार होने में कामयाब रही। अब पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
पुलिस के अनुसार इस गैंग में शामिल सिपाही दीपक कुमार जनपद मुजफ्फरनगर गांव ग्राम नूनीखेड़ा का रहने वाला है। जो वर्तमान में मुरादाबाद में तैनात था उसके खिलाफ रेप का मामला दर्ज है, तब से वह सस्पेंड चल रहा है। दूसरे आरोपी का नाम सुनील कुमार है, जो अपने जीजा अनिल की जगह फर्जी नाम से यूपी 112 में नौकरी कर रहा था। उसके खिलाफ फर्जीवाड़े का मुकदमा मुरादाबाद के थाने में दर्ज है और तीसरा साथी बिजनौर के शेरकोट का दानवीर सिंह है और चौथा साथी उधम सिंह नगर के जसपुर निवासी पंकज सिंह यह सभी गैंग बनाकर लोगों को हनी ट्रैप में फंसा कर उनसे अवैध वसूली करते हैं। इस गैंग में महिला मनीषा भी शामिल है जो अपने जाल में सामने वाले व्यक्ति को फंसाने का काम करती है।