उत्तराखंड में एक बार फिर अचानक प्राकृतिक आपदा ने पूरे राज्य में तबाही मचा डी है. है.उत्तराखंड में मंगलवार को बाढ़ और बारिश की वजह से हुए हादसों में 42 लोगों की मौत हो गई। ज्यादातर मौतें बादल फटने और लैंडस्लाइड की वजह से हुई हैं। कई लोग अब भी मलबे में दबे हुए हैं। सरकार ने इस आपदा के शिकार लोगों की मदद का ऐलान किया है.
वही नैनीताल और अन्य क्षेत्रों से कई वीडियो भी सामने आए हैं जहां सड़कों और पुलों में पानी बह रहा है. इतना ही नहीं रेल की पटरी तक बह गई है. उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा को देखते हुए अलग-अलग जगहों पर एनडीआरएफ की 15 टीमें तैनात की गई हैं. उनके द्वारा आपदा में फंसे लोगों का रेस्क्यू भी किया जा रहा है.
वहीं नैनीताल आपदा प्रबंधन विभाग ने जिले में 25 लोगों के मौत और 7 लोगों के लापता होने की पुष्टि की है.मरने वालों में 14 उत्तर प्रदेश और बिहार के मजदूर हैं. वही नैनीताल जिला के रामगढ़ ब्लॉक के झुतिया, सुनका ग्राम सभा में 9 मजदूर घर में ही जिंदा दफन हो गए जबकि झुतियां गांव में एक मकान मलबे में दबने से पति पत्नी और उनके बेटे की जान चली गई. अब तक 600 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया गया है.
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने भी उत्तराखंड आपदा में हुई मौत पर मंगलवार को दुख जताया और कहा कि प्रभावित लोगों को सहयोग करने के लिए बचाव कार्य किए जा रहे हैं. मोदी ने ट्वीट कर कहा कि उत्तराखंड के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण लोगों के मरने की खबरों से मैं दुखी हूं. घायल लोगों को जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. बचाव कार्य जारी है ताकि प्रभावित लोगों की मदद की जा सके. मैं हर किसी की सुरक्षा और कल्याण के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं. इससे पहले मोदी ने उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात कर प्रभावित राज्य की स्थिति के संबंध में जानकारी ली.
नैनीताल के हल्द्वानी में नदी के बीच फंसा हाथी..
U'khand: An elephant caught in the flow of Gaula river in Haldwani of Nainital district trying to make way to safety. Locals say, the animal got out to safety! @NewIndianXpress @TheMornStandard pic.twitter.com/JuFfCtsujn
— Vineet Upadhyay (@VineetTNIE) October 19, 2021