छत्तीसगढ़ के सूरजपुर से एक सनसनीखेज खबर सामने आ रही है। जहाँ हेड कांस्टेबल की पत्नी और बेटी की तलवार और चाकू से हत्या कर दी गयी है। घटना के बाद इलाके में सनसनी है। लाश अर्दधनग्न हालत में मिली है। जानकारी के मुताबिक हेड कॉन्स्टेबल तालिब शेख की पत्नी मेहू फैज और 16 वर्षीय बेटी आलिया शेख की तलवार और चाकू से काटकर हत्या कर दी गई। और लाश घर से 5 किलोमीटर दूर नहर के पास खेत में फेंका गया है। अर्धनग्न हालत में लाश मिली है।
बता दे की हेड कांस्टेबल ताबिल शेख सूरजपुर रिंग रोड के पास किराए के मकान में पत्नी मेहू फैज और 16 वर्षीय बेटी आलिया शेख के साथ रह रहे थे। रविवार रात हेड कॉन्स्टेबल नाइट पेट्रोलिंग से वापस लौटे तो पूरा घर खून से लथपथ था। पत्नी और बेटी लापता थी। इस दौरान हेड कॉन्स्टेबल तालिब शेख ने वारदात की खबर कोतवाली थाने को दी। इसकी सूचना पर तत्काल पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। दोनों की खोजबीन शुरू की गई, लेकिन उनका पता नहीं चला। सोमवार सुबह मेहू फैज और आलिया शेख का शव सूरजपुर से करीब 5 किलोमीटर दूर जूर-पीढ़ा मार्ग पर खेत के नहर में पड़ा हुआ मिला।आशंका है कि हत्या जिलाबदर हो चुके बदमाश कुलदीप साहू ने की है। बता दे की घटना के दिन ही उसने दूसरे पुलिसकर्मी पर खौलता तेल डाला था।
दरअसल, दुर्गा विसर्जन से लौट रहे आरक्षक घनश्याम सोनवानी का विवाद कुलदीप साहू से बिरयानी सेंटर के पास हुआ था। इस दौरान कुलदीप ने आरक्षक घनश्याम सोनवानी पर खौलता तेल डाल दिया था। आरक्षक को झुलस जाने के बाद अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है।
आशंका है कि कुलदीप साहू इसके बाद तालिब शेख के घर पहुंचा। उसने उनकी पत्नी और बेटी की तलवार से गला काटकर हत्या की है। पुलिस आरोपी कुलदीप साहू की खोजबीन में लगातार छापे मार रही है। वह पुलिस गिरफ्त से बाहर है।
वही इस पूरे मामले में पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि सभी छत्तीसगढ़ वासी बहुत ही कष्ट के साथ प्रदेश को एक ‘भयावह अपराध प्रदेश’ में तब्दील होते हुए देख रहे हैं। अपराधी निर्भीक हैं। जैसे उन्हें या तो प्रशासन का डर नहीं, या उसके समर्थन पर पूरा भरोसा है।
उन्होंने कहा कि सूरजपुर में प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी की बेरहमी से हत्या ने एक बार फिर सरकार और कानून-व्यवस्था की निष्क्रियता को उजागर किया है। जब एक पुलिसकर्मी के परिवार को इस तरह के खतरे में है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा का क्या हाल होगा?
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