
रायपुर। कोरोना के संक्रमण (COVID-19 ) का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Primeminister Narendra Modi ) का लॉक डाउन (lock down) । इसके बीच शहर के हाकरों (hockers) और अखबार एजेंटों (Agents) ने अखबार नहीं बांटने का फैसला लिया है। यह फैसला शहर के हाकरों और एजेंटों के बैठक में लिया गया
क्यों लिया ये फैसला
बैठक में हॉकरों की समस्या सामने आई थी। सारे हॉकर निम्न आय वर्ग के हैं और उनके पास मास्क व अन्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। ऐसी स्थिति में उनसे अखबार बटवाना संक्रमण को बढ़ाने को दावत देना है इसलिए यह फैसला लिया गया है। इसके अलावा अखबार के करीब 25% पाठकों ने खुद हाकर से
अखबार नहीं मंगाने का फैसला ले लिया है।
संक्रमण का बढता खतरा
पाठकों के मन में भ्रम है कि अखबार कई हाथों से होकर गुजर कर आता है ऐसे में कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है। हालांकि यह भ्रम है लेकिन अखबारों (News papers) के पाठकों की रुचि भी अखबार पढ़ने में नहीं है इसलिए प्रसार संख्या घटने के कारण भी बड़े एजेंटों ने यह कठिन व कड़ा फैसला लिया है। इस फैसले के अमल में आते ही शहर वालों को अखबार पढ़ने से वंचित होना पड़ेगा। वैसे कुछ बड़े अखबारों की ओर से खबर आ रही है कि वे खुद ही इसकी वितरण प्रणाली तैयार करने की कोशिश करेंगे और अखबार एजेंट के जरिए नहीं बल्कि अपने कर्मचारियों के जरिए बंटवाने की कोशिश करेंगे, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है।