प्लास्टिक का नकली अंडा मिलने से लोगों में दहशत, अंडों के साथ मिलाकर बेचने का चल रहा है गोरखधंधा, कई दुकानदारों ने अंडा व्यापारी से की शिकायत और वापस किए अंडे

बलौदा बाजार। अगर आप को लगता है कि आप जो अंडा खा रहे हैं वो सुरक्षित है तो आपको जानकर ये आश्चर्य होगा कि अब जिले में भी प्लास्टिक वाला अंडा पहुंच चुका है। व्यापारी इसे थोक में सामान्य अंडे के साथ मिला कर बेचने का प्रयास कर रहे हैं। इसी तरह का एक मामला सामने आया है जिसमें जिला मुख्यालय से महज 10 किमी दूर खटियापॉटी में ग्रामीण जब अंडा चना के दुकान में उबला अंडा खाने पहुचे तो वहां अंडा फोड़ने के बाद उस अंडे का पीला भाग जिसको चंदा भी कहते है पानी की तरह बहने लगा और ऊपर का हिस्सा भी बहने लगा।
अंडे को छूने पर अन्य अंडे की अपेक्षा काफी कठोर लगा। साथ ही उसको चक्कू से काटने का प्रयास किया गया तो वो काटने में अन्य अंडे की अपेक्षा अधिक समय लगा। ग्रामीणों ने उसको जमीन पर पटक कर देखा तो वो उबला अंडा गेंद की तरह उछलने लगा। ग्रामीणों के पूछने पर अंडा दुकान का संचालक राजकुमार पटेल पिता तुलसी राम पटेल डर गया और उसने बताया कि वो लाहोद के अंडा व्यापारी जनता पोल्ट्री फार्म से अंडा लेकर आता है। 1 माह से उसके पास से अंडा ले रहा है इस बार भी 28 तारीख को वो 6 कैरट 180 नग अंडा 670 रुपये में खरीद कर लाया है।
पहली बार इस तरह का अंडा देखने को मिल रहा
पहली बार इस तरह का अंडा देखने को मिल रहा है। खटिया पॉटी के ग्रामीणों में योगेश सेन, देव नरायण साहू, आशाराम यादव ने बताया कि सचमुच ही वो प्लास्टिक विधि से तैयार अंडा है जो हमारे गांव में बेचा गया। इसके गवाह हम ग्रामीण हैं उसको मसलने से भी फर्क नही पड़ रहा था। वो फिर फैलने के बाद सिकुड़ जा रहा था जमीन में पटकने से वो उछल रहा था ।
अंडा चना का दुकान चलाने वाले राजकुमार पटेल ने बताया कि उसने जो अंडा खरीदा था उसमें से 2 कैरट को उबाल कर बेचना चाहा तो 50 में से महज 5 अंडा ही सही निकला बाकी सब प्लास्टिक वाला था ग्रामीणों ने डरा दिया कि अब तुमको पुलिस वाले पकड़ कर ले जाएंगे तो इसी डर से मैने वो बचा हुआ 4 कैरट अंडा लाहोद के जनता पोल्ट्री फॉर्म वाले को वापस कर दिया।
सभी अंडा वापस करवा दिया
वहीं जब लाहोद के अंडा व्यवसायी गोविंद साहू से जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि ग्रामीण सही कह रहे हैं मेरे द्वारा आसपास के 20-25 गांव के लोग अंडा लेकर जाते हैं वो सभी यही शिकायत लेकर आये थे तो मैंने बिल्हा के व्यापारी जिनसे अंडा लेता हूं उनको बुलाकर ये सभी अंडा वापस करवा दिया। मैने खुद पहली बार देखा कि नकली अंडा कैसा होता है। मै डर गया था कि कही लोगां को पता चल गया कि मेरे दुकान से प्लास्टिक अंडा सप्लाई हुई है तो मेरा धंधा चौपट हो जाएगा और मुझसे पुलिस वाले या विभाग वाले जांच के लिए या पूंछताछ के लिए तंग करेंगे।

मैं इस झमेले में पड़ना नही चाहता। इसीलिए सभी अंडे को उस बिल्हा वाले व्यापारी को बुलाकर वापस दे दिया अब मेरा उन सब से कोई वास्ता नही। अगर पुलिस चाहे तो मैं उनको बिल्हा वाले व्यापारी की पूरी जानकारी दे सकता हूं पर मैं इस झंझट में नहीं पड़ना चाहता । पर ये बात मैं पूरे दावे के साथ कह रहा हूं की चाइनीज अंडा जिले में आ चुका है ।
’’प्लास्टिक चावल और प्लास्टिक अंडा मिलने की जानकारी पूरे छत्तीसगढ़ में कही नहींं मिली सिर्फ सुनने को मिलता है। मैने 3-4 जगहों में प्लास्टिक चावल के लिए छापा भी मारा पर कही नही मिला। अगर प्लास्टिक अंडा जिले में मिलने की बात हो रही है तो हम इसकर तह तक जाएंगे। चाहे इसका लिंक दूसरे जिले से ही क्यों न जुड़ा हो । – उमेश कुमार वर्मा ( जिला खाद्य एवं औषधि अधिकारी )