सूरजपुर। शासकीय रेवती रमण मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय में रंग-रोगन सहित अन्य संधारण कार्यों में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की उदासीनता और नेक मूल्यांकन की टीम के आने व महाविद्यालय की ग्रेडिंग में पड़ने वाले असर से उद्वेलित व गुस्साए छात्र-छात्राओं ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का घेराव कर दिया। महाविद्यालय की छात्राओं ने ज्ञापन के साथ अधिकारियों को चुड़ियां भेंट करते हुए कहा कि इसे पहनकर आराम करें। उल्लेखनीय है कि इस माह में नेक मूल्यांकन की टीम महाविद्यालय आने वाली है। महाविद्यालय की व्यवस्थाओं के आधार पर कॉलेज को ग्रेडिंग मिलती है और उसी आधार पर यूजीसी इत्यादि से अनुदान व सुविधाओं का स्तर तय होता है। पिछले कई माह से महाविद्यालय के रंग-रोगन की निविदा होने के बाद भी लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता व सहायक अभियंता की उदासीनता के कारण ठेकेदार की मनमानी से कार्य बंद पड़ा है।
वहीं दूसरी ओर सूरजपुर कलेक्टर की पहल व स्थानीय विधायक खेलसाय सिंह के अथक प्रयासों से महाविद्यालय पहुंच मार्ग की सौगात मिलने के बाद भी जर्जर सड़क पर चलने को मजबूर हैं। रंग-रोगन व संधारण के अभाव में महाविद्यालय के साथ कन्या महाविद्यालय व छात्रावास भवन की भी स्थिति खराब हो चुकी है। नौ दिन चले अढ़ाई कोस की तर्ज पर निविदाकार के द्वारा कार्य किया जा रहा है। पिछले कई दिनों से कार्य बंद होने पर प्रबंधन ने लिखित व मौखिक सूचना लोनिवि के अधिकारियों को दी, परंतु कोई भी पहल अधिकारियों ने नहीं की। लोक निर्माण की उदासीनता से गुस्से में आग बबुला हुए छात्र-छात्राओं ने छात्र नेता कौनेन अंसारी के नेतृत्व में विभाग के दफ्तर पर धावा बोल दिया। महाविद्यालय की छात्राओं ने ज्ञापन के साथ अधिकारियों को पहनने के लिए चुड़ियां भी भेंट कर दी और जमकर अपना गुस्सा निकाला। जैसे ही छात्र-छात्राओं के आने की खबर ईई व एसडीओ को लगी, वे बाबू के भरोसे कार्यालय छोड़कर भाग खड़े हुए। गुस्साए छात्रों ने काफी देर तक वहां नारेबाजी की, जिससे गहमा-गहमी का वातावरण बन गया। बाद में महाविद्यालय के जन•ाागीदारी अध्यक्ष सुनील अग्रवाल की समझाईश पर छात्र वापस लौटे, जबकि लोक निर्माण विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के भाग खड़े होने से स्थिति भी कुछ देर के लिए असहज हो गई थी। विभाग के उप अभियंताओं ने इस मामले में मध्यस्थता करते हुए तत्काल स्थानीय मजदूरों से कार्य शुरू करने को कहा।
भ्रष्टाचार का गढ़ बना लोनिवि
उल्लेखनीय है कि इन दिनों लोक निर्माण विभाग में निर्माण कार्यों को अधिकारियों व ठेकेदार की मिलीभगत से काफी कम दरों में निविदा प्रस्तुत कर ले लिया जाता है और शासकीय भवनों के संधारण व रंग-रोगन के कार्य को महज खानापूर्ति कर पूर्ण करने और पूरी राशि आहरण कर बंदरबांट करने का खेल बदस्तूर जारी है। जिले के अधिकांश निर्माण कार्य स्तरहीन होने के साथ-साथ अधिकारियों की देखरेख नहीं होने से भगवान भरोसे चल रहे हैं।
काम शुरू नहीं हुआ तो ताला जड़ बैठेंगे धरने पर
महाविद्यालय के छात्र व छात्राओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर महाविद्यालय के कार्य को लोक निर्माण विभाग के अधिकारी त्वरित प्रारंभ नहीं करेंगे तो वे लोनिवि के गेट पर ताला जड़कर धरने पर बैठेंगे। महाविद्यालय के सभी छात्र संगठनों ने संयुक्त रूप से महाविद्यालय के लिए एकजुट होकर धरना प्रदर्शन की रणनीति भी बना ली है। दूसरी ओर छात्र-छात्राओं ने यह भीम कहा कि धरना प्रदर्शन में किसी भी प्रकार की अनहोनी होने की स्थिति में समस्त जिम्मेदारी लोनिवि के कार्यपालन अभियंता व सहायक अभियंता की होगी।