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कोरबा में चार माइक्रोफाइनेंसिंग कंपनियां सील, मंत्रियों के घेराव के बाद प्रशासन की ताबड़तोड़ कार्यवाई

कोरबाः पीड़ित महिलाओं द्वारा दो कैबिनटे मंत्रियों को घेरने के बाद जिले में माइक्रोफाइनेंसिंग कंपनियों और लोन रिकवरी एजेंटों के खिलाफ पुलिस-प्रशासन ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के एजेंट लोन की रिकवरी के लिए महिलाओं को प्रताड़ित करते थे, जिसकी शिकायत प्रशासन से की गई थी। प्रताड़ित महिलाओं ने राज्य के दो कैबिनेट मंत्रियों को घेर लिया था। महिलाओं के साथ राज्य के उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन की तीखी बहस भी हुई थी। जिसके बाद आज 4 माइक्रोफाइनेंसिंग कंपनियों को दलबल के साथ सील किया गया। साथ ही 6 लोन रिवकरी एजेंटों के खिलाफ अलग-अलग थानों में FIR दर्ज किया गया है।

की गई छह एफआईआर

गौरतलब हो कि फ्लोरा माइक्रोफाइनेंस सहित अन्य बैंक से महिलाओं ने ऋण लिया, जिसकी रिकवरी के लिए एजेंट महिलों के घर जाकर वसूली के नाम प्रताड़ित करने का काम करते थे। इसकी शिकायत के बाद आज माइक्रोफाइनेंस के रिकवरी एजेंटों के विरूद्ध करतला में 2, कटघोरा में 1, उरगा में 1, रजगामार में 1 और पाली में 1, कुल 6 एफआईआर दर्ज की गई है।

बैंकों को किया गया सील

कटघोरा एसडीएम ने बताया कि वित्तीय अनियमितता के संबंध में लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही थी। स्पंदन बैंक नवागांव कटघोरा के एजेंट प्रताप रूद्र शरण (22) ने महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार और अवैध वसूली करते पाया गया। सभी शिकायतों की जांच के संबंध में अनुविभाग कटघोरा, कोरबा जिला में संचालित जिन माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के कार्यालय को सील किया गया है उसमें कटघोरा केअन्नपूर्णा बैंक, दीपका,सीसस बैंक, दीपका, नैफिस बैंक, कटघोरा और स्पंदना बैंक, नवागांव शामिल है।

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