सरगुजा में वन माफिया सक्रिय, इमारती लकड़ियों की हो रही है तस्करी, वन विभाग बेखबर…
जमदरा जंगल में पेड़ की अवैध कटाई कर सिल्ली किया जा रहा था तैयार..
अम्बिकापुर/रोमी सिद्दीकी- पुष्पा फिल्म के तर्ज पर सरगुजा के घनघोर जंगलों में भी अब वन माफिया सक्रिय हो गए हैं वन विभाग के अधिकारियों की मिली भगत में जंगल में पेड़ों की अवैध कटाई कर सिल्ली तैयार करने का मामला सामने आया है। वहीं इस मामले की जानकारी वन अमले को नहीं है। लखनपुर क्षेत्र अंतर्गत ग्राम जमदरा जंगल के कक्ष क्रमांक 2237 में अतिक्रमणकारियों व तस्करों के द्वारा पेड़ों की अंधाधुन कटाई कर जंगल में ही सिल्ली तैयार कर तस्करी किया जा रहा है। वन विभाग के आला अधिकारियों सहित ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी इससे बेखबर है।
स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि इससे पूर्व भी तस्करों के द्वारा विशालकाय वृक्षों की कटाई कर लकड़ियों की तस्करी क्षेत्र से की जाती रही है। साथ ही हाल फिलहाल में कक्ष क्रमांक 2237 जमदरा जंगल में लकड़ी तस्करों के द्वारा विशालकाय वृक्ष को काटकर सिल्ली तैयार किया गया है। स्थानीय ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग के कर्मचारियों को दी परंतु वन विभाग के कर्मचारी अभी तक मौके पर नहीं पहुंचे हैं। वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही से आज लखनपुर क्षेत्र के बड़े-बड़े जंगल ठूठ में तब्दील हो रहे और अतिक्रमणकारी वन भूमियों पर काबिज होते जा रहे हैं। अतिक्रमणकारियों और तस्करों पर अगर लगाम नहीं लगाया गया तो वनों की जगह सिर्फ ठूठ ही ठूठ नजर आएंगे।
गौरतलब है कि, लखनपुर वन परिक्षेत्र में विगत 2 वर्षों से अलगा बेन्दो पानी , लोसगी , तिरकेला , ढोढा केसरा, पटकुरा, माज़ा, लब्ज़ी, सेलरा, रेमहला, बेलदगी जंगल मे लगातार तस्करों और अतिक्रमणकारियों के द्वारा बड़े-बड़े जंगल को निशाना बनाकर वनों की बेतहाशा कटाई कर लकड़ियों की तस्करी की जाती है और वन भूमि पर कब्जे का खेल बड़े पैमाने पर चल रहा है । वन विभाग के द्वारा कार्यवाही के नाम पर महज खानापूर्ति कर दिया जाता है।
अब देखने वाली बात होगी कि, वन विभाग इस मामले में तस्करों पर कार्यवाही करता है या कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति। इस संबंध में वन परीक्षेत्राधिकारी सूर्यकांत सोनी से फोन पर चर्चा करने पर उनके द्वारा कहा गया कि मुझे आप के माध्यम से यह जानकारी मिली है मैं अपने स्टाफ भेजकर मौका जांच करवाता हूं।