
नई दिल्ली। नेशनल हाईवे पर वाहनों की लंबी कतार और लगातार टोल देने में आनाकानी करते लोग दोनों से ही अब छूटकारा मिलने वाला है। दरअसल, भारत में 1 जनवरी से फास्टैग को सभी वाहनों के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। जिसके तहत सरकार एक ऐसी प्रणाली की ओर बढ़ने के लिए उत्सुक है, जहां टोल किराया 100 प्रतिशत फैस्टैग के माध्यम से वसूला जाएगा। यानी टोल पर किसी भी तरह की कोई कैश हैंडलिंग नहीं होगी।
रिपोर्ट के मुताबिक सरकार का लक्ष्य प्रतिदिन टोल से करीब 100 करोड़ की राशि वसूलना है, जो वर्तमान में 93 करोड़ रुपये प्रतिदिन पर सीमित है। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि पहले से ही राष्ट्रीय राजमार्गों पर लगभग 80 प्रतिशत से टोल फास्टैग के माध्यम से लिया जा रहा है। यानी अगर आपके वाहन पर 1 जनवरी के बाद फास्टैग है, और आप राष्ट्रीय राजमार्ग पर सफर कर रहे हैं, तो यह आपके लिए आपके लिए आने वाले समय में असुविधाजनक साबित हो सकता है।