रायपुर में फर्जी IAS गिरफ्तार, आईएएस बनकर संस्कृति विभाग पहुंचकर मांगा अनुदान, ऐसे आया पकड़ में…
रायपुर। राजधानी रायपुर में एक फर्जी आईएएस अधिकारी पकड़ाया है। आरोपी संस्कृति विभाग में आईएएस बन कर पहुंचा और खुद को आईएएस बता कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए अनुदान की मांग किया था। वहीं शक के बाद संस्कृति विभाग के अफसर ने इसकी शिकायत पुलिस से की। जिसपर करवाई करते हुए पुलिस ने फर्जी आईएएस तारणदास भारती उम्र 34 साल निवासी बलौदा बाजार को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार, 11 जनवरी को संस्कृति एवं पुरातत्व के संचालक के समक्ष एक व्यक्ति उपस्थित होकर अपना नाम तारणदास भारती होना बताने के साथ ही स्वयं को यूपी कैडर के 2016 बैच के आईएएस होना तथा वर्तमान में अपनी पदस्थापना लखनऊ में होना बताया। तारणदास भारती द्वारा एक आवेदन प्रस्तुत कर अवगत कराया गया कि वे एक लोक गायक रहे हैं और एक संस्था चलाते हैं तथा उनकी संस्था को शासन की ओर से आर्थिक सहयोग प्रदाय किया जाए। तारणदास भारती के आवेदन में उनके नाम के साथ आईएएस अंकित किया गया था जिस पर संचालक को तारणदास भारती पर शक हुआ। जांच करने पर तारणदास भारती को फर्जी व्यक्ति होना पाया गया जिसने संस्कृति एवं पुरातत्व कार्यालय में पहुंचकर स्वयं को आईएएस अधिकारी होना बताया था।
मामले में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में सिविल लाइन थाना पुलिस की टीम द्वारा तारणदास भारती को पकड़कर पूछताछ करने पर उसके द्वारा संचालक को स्वयं को आईएएस अधिकारी होना बताना स्वीकार किया गया। आरोपी तारणदास भारती को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से फर्जी लेटर पेड एवं सील जप्त कर आरोपी के विरूद्ध थाना सिविल लाइन में अपराध क्रमांक 30/23 धारा 170 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध कर कार्यवाही किया गया।