नीतीश कैबिनेट का विस्तार: जेडीयू कोटे से 8 बने मंत्री, बीजेपी को जगह नहीं
पटना
बिहार में सीएम नीतीश कुमार ने रविवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। लोकसभा चुनाव में कई विधायकों के सांसद बनने के बाद अब हुए इस मंत्रिमंडल विस्तार में जेडीयू कोटे से 8 नए मंत्री बनाए गए हैं। अहम बात यह कि लोकसभा चुनाव के बाद हुए इस कैबिनेट विस्तार में बीजेपी और एलजेपी कोटे से किसी भी विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया है। बता दें कि केंद्र मेंं जेडीयू कोटे से किसी भी सांसद को मंत्री नहीं बनाए जाने के बाद से ही यह कयास शुरू हो गया था कि बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान बीजेपी कोटे से भी किसी को मंत्री नहीं बनाया जाएगा।
रविवार को नीतीश कुमार ने लंबे समय बाद अपने कैबिनेट का विस्तार किया। इस दौरान 8 नए मंत्री शामिल हुए। कांग्रेस से जेडीयू में आए पार्टी एमएलसी अशोक चौधरी के अलावा श्याम रजक, रामसेवक सिंह, नीरज कुमार, बीमा भारती, नरेंद्र यादव, संजय झा और लक्ष्मेश्वर राय ने मंत्री पथ की शपथ ली।
जानें नए मंत्रियों के बारे में
जेडीयू के प्रदेश महासचिव लक्ष्मेश्वर राय ने मंत्री पथ की शपथ ली है। वहीं 2009 से लगातार जेडीयू के प्रवक्ता रहे नीरज कुमार को भी मंत्री बनाया गया है। बीजेपी से जेडीयू में आए संजय झा भी अब मंत्री बन गए हैं। वहीं कांग्रेस से जेडीयू में शामिल हुए अशोक चौधरी को भी मंत्री बनाया गया है।आलमनगर से विधायक नरेंद्र यादव को भी नीतीश ने अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया है। वहीं 6 बार से विधायक श्याम रजक को भी मौका मिला है। इसी तरह आने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए नीतीश कुमार ने अति पिछड़ा समाज से बीमा भारती को कैबिनेट में शामिल किया है। इसके अलावा राष्ट्रीय सचिव रामसेवक सिंह भी इस बार मंत्रिमंडल का हिस्सा बन गए हैं।
बीजेपी और एलजेपी कोटे से किसी को मौका नहीं
उधर, केंद्र में जेडीयू की तरफ से किसी भी सांसद को मंत्री नहीं बनाए जाने के बाद से ही यह चर्चा तेज है कि नीतीश कुमार के कैबिनेट विस्तार में बीजेपी और एलजेपी से किसी को नहीं शामिल किया जाएगा। हालांकि जेडीयू के महासचिव और मुख्य प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा है कि उनकी पार्टी गठबंधन में ‘छोटा भाई, बड़ा भाई’ की सोच के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी केंद्र सरकार में जेडीयू के सदस्यों को शामिल करने पर ‘संतोषजनक ऑफर’ देती है तो उनकी पार्टी इस पर विचार करेगी।