दिमाग को तेज रखने के लिए खास खुराक के साथ एक्सरसाइज की भी जरूरत होती है
जीवन में कुछ बड़ा हासिल करने के लिए शरीर के साथ-साथ दिमाग का तंदुरूस्त रहना भी बेहद जरूरी है. शरीर को फिट रखने के लिए हर व्यक्ति को अच्छी डाइट के साथ एक्सरसाइज करना भी बेहद जरूरी है. पर क्या आप वाकई अपने दिमाग को फिट और तेज रखने के लिए ये सब करते हैं. बता दें, दिमाग को तेज रखने के लिए एक खास खुराक की जरूरत होती है, जिसे डाइट में शामिल कर आप अपने दिमाग को तेज बना सकते हैं. आइए जानते हैं क्या हैं वो तरीके और डाइट प्लान.
अश्वगंधा-
प्राचीन काल से अश्वगंधा का प्रयोग व्यक्ति तनाव को दूर करने के लिए करता आया है. इसकी मदद से स्ट्रेस हार्मोन को कम किया जा सकता है. दिमाग तेज करने के लिए एक टीस्पून अश्वगंधा का पाउडर रात को सोने से 30 मिनट पहले गर्म दूध में डालकर पीएं.
अखरोट-
अखरोट आपके दिल के साथ आपके दिमाग का भी ध्यान रखता है. इसमें अल्फा इनोलेनिक एसिड के साथ कई अन्य पोषण तत्व मौजूद होते हैं. जो दिमाग तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचाकर रक्तसंचार बढ़ाने का काम करते हैं. जिसकी वजह से मेमोरी शार्प होती है.
हल्दी-
हल्दी में कई ऐसे गुण मौजूद होते हैं जो तनाव के असर बेअसर करने का काम करते हैं. हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन व्यक्ति के भीतर फील-गुड हार्मोन तो डोपामाइन और सेरोटोनिन अवसाद संबंधित लक्षणों को कम करने का काम करते हैं. अपने दिमाग को तेज करने के लिए आपको हल्दी का लगभग आधा चम्मच डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए.
बेरी –
ब्लूबेरी हो स्ट्रॉबेरी या ब्लैक बेरी, एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने की वजह से दिमाग के लिए बेहद फायदेमंद होता है. यह आपकी एकाग्रता में वृद्धि करने में भी सहायक है.
ऐसी एक्सरसाइज जिसे करने से आपका दिमाग तेजी से काम करने लगेगा-
पजल्स गेम-
पजल्स गेम खेलने से अल्जाइमर का खतरा कम हो जाता है. न्यूजपेपर क्रॉसवर्ड और सुडोकू गेम से इसकी शुरुआत करनी चाहिए. इन खेलों से आप खुद को चैलेंज देते हैं जिससे दिमाग की अच्छी कसरत हो जाती है.
रोजमर्रा के कामों के लिए उल्टे हाथ का प्रयोग करें-
दांतों को ब्रश या बालों को कंघी करने जैसे काम अगर हम उल्टे हाथों से करें तो इसका दिमाग पर अच्छा प्रभाव पड़ता है.
कुछ काम आंख बंद करके करें-
अपने रोज के काम जैसे खाना या जूस बनाना या फिर नहाना आंख बंद कर के करें. हां, इसमें आपको सावधानी जरूर बरतनी होगी. लेकिन यह टास्क पूरी तरह से टच पर निर्भर करता है जिससे आपके दिमाग के कुछ हिस्से एक्टिव हो जाते हैं जो आम तौर पर निष्क्रिय रहते हैं.
नई भाषा सीखें-
इसमें आपको थोड़ा धीरज रखने की आवश्यकता है. लेकिन आप रोज थोड़ा समय इस पर दे सकते हैं. कोई भी भाषा जिसमें आपकी रूचि हो, सीखना शुरू कर दें. एक स्टडी के मुताबिक, बहुभाषियों की रीजनिंग अच्छी होती है.