क्रेडा द्वारा स्थापित संयंत्रों की मॉनीटरिंग एवं शिकायतों के निराकरण की प्रभावी व्यवस्था लागू
रायपुर। क्रेडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री राजेश सिंह राणा ने क्रेडा द्वारा संचालित समस्त योजनाओं की मॉनीटरिंग एवं उपभोक्ताओं से प्राप्त होने वाली शिकायतों के त्वरित निराकरण हेतु अत्यन्त प्रभावी व्यवस्था लागू कर दी है। इसके तहत् सभी संयंत्रों का सतत् एवं सुचारू संचालन सुनिश्चित करने हेतु क्रेडा के संचालन एवं संधारण शाखा के अधिकारियों की टीम तैयार कर उन्हें जिम्मेदारी सौंपते हुए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं।
क्रेडा द्वारा स्थापित तथा स्थापनाधीन संयंत्रों की गुणवत्ता की मॉनीटरिंग हेतु पृथक से गुणवत्ता सेल का गठन किया गया है। साथ ही प्रधान कार्यालय स्तर पर इलेक्ट्रॉनिक गजट/वेब पोर्टल/टोल फ्री नम्बर के माध्यम से उपभोक्ताओं तथा अकार्यशील संयंत्रों से संबंधित शिकायतें दर्ज कराने एवं उनके निवारण हेतु निर्देश जारी किये गये हैं। इसके तहत् स्थापित समस्त संयंत्रों के निकट उपलब्ध हितग्राहियों, संस्थाओं, शिक्षकों, सरपंच एवं सचिवों इत्यादि के दूरभाष नम्बर प्राप्त कर उसका डाटाबेस तैयार कर उस डाटाबेस को इस प्रकार से रखा जाएगा कि अलग-अलग जिलों के कम से कम 4-5 हितग्राही या स्थल प्रत्येक दर्ज 100 की सूची में सम्मिलित हों, ताकि आकस्मिक एवं क्रम रहित सूची प्राप्त हो।
गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु प्रत्येक फील्ड अधिकारियों को बैठक के माध्यम से भी निर्देशित किया गया है। क्रेडा द्वारा रियल टाईम प्रगति हेतु जीयोटैग्ड फोटोग्राफ्स भी फील्ड से प्राप्त किये जाते है। उपयुक्त संचालन-संधारण हेतु क्रेडा द्वारा तकनीशियनों की क्लस्टर व्यवस्था लागू की गई है। संचालन-संधारण सेल अपने निरीक्षण के दौरान गुणवत्ता नियंत्रण सेल के सदस्यों एवं फील्ड अधिकारियों एवं तकनीकी अमले को प्रशिक्षण भी देगी।
सभी जिला प्रभारियों को विभिन्न परियोजनाओं के गुणवत्ता सत्यापन पत्रक निर्धारित प्रपत्र में प्रति शुक्रवार को प्रधान कार्यालय के ई-मेल पर प्रेषित करने के निर्देश दिये गये थे। दिनांक 02.02.2024, शुक्रवार को शाम 5.00 बजे तक 23 जिला प्रभारियों ने वांछित जानकारी नहीं दी, अतः इन सभी 23 जिला प्रभारियों को कारण बताओ नोटिस दिये गये। 03 जिला प्रभारियों ने जानकारी “निरंक’’ भेजी, अर्थात् कोई दौरा नहीं किया, अतः उनके द्वारा जब तक फील्ड में निरीक्षण कर निर्धारित प्रपत्र में गुणवत्ता सत्यापन पत्रक नहीं भेजे जाते, तब तक उनके वेतन भुगतान पर रोक लगा दी गई है। 06 जिला प्रभारियों ने कारण बताओ सूचना का भी कोई प्रति उत्तर प्रेषित नहीं किया] अतः उनके द्वारा जब तक फील्ड में निरीक्षण कर निर्धारित प्रपत्र में गुणवत्ता सत्यापन पत्रक नहीं भेजे जाते, तब तक उनके माह फरवरी-2024 के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी गई है।