
अम्बिकापुर। बतौली विकासखण्ड के बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बतौली में संचालित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा कुछ स्थानीय लोगों के साथ राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर 22 फरवरी को चक्का जाम में शामिल होकर विद्यालय की अनुशासन को भंग किया गया। कक्षा 10वीं एवं 12वीं के 372 छात्रों द्वारा प्रायोगिक एवं प्रयोजना कार्य को छोड़कर उक्त चक्का जाम में शामिल होने पर प्रायोगिक एवं प्रयोजना परीक्षा में अनुपस्थित किया गया है एवं इसकी सूचना सचिव माध्यमिक शिक्षा मण्डल रायपुर को दे दी गई है। इस आधार पर इन्हें इस वर्ष के प्रायोगिक एवं प्रयोजना परीक्षा में अनुत्तीर्ण माना जायेगा।
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया है कि उक्त कार्यवाही के लिए सम्पूर्ण जिम्मेदारी विद्यार्थियों की है एवं विद्यालय के अनुशासन भंग करने के कारण उन पर अनुशासनात्मक कार्यवाही भी की जाएगी। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी सरगुजा ने जिले के विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को सचेत किया है कि किसी प्रकार की अनुशासनहीनता का कार्य न करें एवं विद्यालय के अनुशासन एवं गरिमा को बनाए रखते हुए आगामी 02 मार्च 2022 से आयोजित बोर्ड परीक्षा वर्तमान में संचालित होने वाली उपचारात्मक शिक्षण परीक्षा, बालिका अभिरुचि परीक्षा, विज्ञान एवं गणित ओलम्पियाड परीक्षा एवं अन्य परीक्षाओं का ध्यान में रखते हुए अपने अध्ययन पर केन्द्रित हो।
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया है कि उत्कृष्ट विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों के द्वारा इस आशंका पर कि हिन्दी माध्यम विद्यालय बंद किया जा रहा है। स्थानीय कुछ लोगों के साथ 21 फरवरी को राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्का जाम में शामिल होकर विद्यालय के अनुशासन को भंग किया। कोविड-19 के प्रभाव के कारण वर्तमान सत्र में भी विद्यालयों का संचालन बाधित रहा ऐसी स्थिति में बोर्ड की कक्षाओं का प्रयोजना एवं प्रायोगिक कार्य समय पर सम्पादित नहीं हो सके जिन्हें 28 फरवरी 2022 तक पूर्ण किया जाना है. इसी आधार पर विद्यालय के द्वारा प्रायोगिक की समय-सारणी में 21 फरवरी को 12वीं भौतिक शास्त्र एवं पशुपालन की प्रायोगिक परीक्षाएं आयोजित की गई थी एवं 10वी गणित एवं 12वीं इतिहास, अर्थशास्त्र के प्रयोजना की परीक्षा भी आयोजित थी। कल के गैर कानूनी चक्का जाम में कक्षा 10वीं के 169 एवं कक्षा 12वीं इतिहास अर्थशास्त्र, भौतिक शास्त्र एवं पशुपालन विषय में अध्ययनरत 203 विद्यार्थी चक्का जाम में शामिल रहे जिन्हें विद्यालय के प्राचार्य द्वारा प्रयोजना एवं प्रायोगिक परीक्षाओं में अनुपस्थित किया गया।
जिला प्रशासन की हिटलर शाही फरमान की कड़ी निंदा- भाजपा
इस मामले में सरगुजा भाजपा के जिला प्रवक्ता संतोष दास का कहना है कि यह छात्र छात्राओं के साथ अन्याय है. प्रायोगिक परीक्षा में किसी को भी फेल नहीं किया जाता है. अगर ऐसा होता है तो यह प्रदेश सरकार की फेलुवल शिक्षा नीति का परिणाम होगा उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जिस मॉडल स्कूल का ढिंढोरा पीटती है उसी स्कूल के छात्र छात्राएं को सड़क पर आना पड़ा आखिर क्या कारण इसका संज्ञान प्रदेश के शिक्षा मंत्री को तत्काल लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग के इस कृत्य की भाजपा निंदा करती है।