
अंबिकापुर। सरगुजा के उदयपुर विकासखंड के दर्जनों ग्रामों में रविवार की शाम को जमकर ओले गिरे (Hail) । यहां तेज गरज चमक के साथ छाए बादलों ने ओलों की ऐसी बारिश की कि सब्जियां (vegetables) और तमाम फसलें तहस नहस हो गईं। सरगुजा के दर्जनों गांवों के किसानों ( farmers) के सामने अब रोजी रोटी की समस्या खड़ी हो गई है। किसानों ने प्रशासन से मुआवजे (compensation) की मांग की है।
सड़कों पर जमी 2 फुट बर्फ:
बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि ने जबरदस्त तबाही मचाई है। किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। क्षेत्रों में सड़कों में डेढ़ से दो फीट मोटी बर्फ की चादर जमी हुई है। किसान अपनी फसल (for crop) की भरपाई कैसे करेंगे यह आम अवाम की बस यही चिंता है।
फसलें और सब्जियों को हुआ भारी नुकसान:
किसानों ने जो अभी गेहूं लगाया हुआ था फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। इसके साथ साथ टमाटर,मटर,गोभी आदि फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है। आंधी तूफान से कई घरों के सीट उड़े गई हैं,दुकानों के बोर्ड भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।

किसानों ने प्रशासन से मांगा मुआवजा:
किसानों ने प्रशासन से मांग की है। किसानों को उनकी फसलों का जो नुकसान हुआ है,उसका मुआवजा दिलवाया जाए। कई किसान तो अपने अपने खेतों की मेड़ पर बैठे रोते दिखाई दिए।
घरों पर लगी एडवेस्टर की चादर भी उड़ी:
ओलों के गिरने से घरों की कवेलू जहां टूट गई है। वहीं कई घरों पर लगी एडवेस्टर की चादरें भी उड़कर दूर चली गई हैं। किसान कह रहे हैं कि खाने का ठिकाना नहीं है। घर की मरम्मत कैसे करवाएंगे।
कहां -कहां बरपा कहर:
पुटा, रामनगर, लक्ष्मणगढ़, उदयपुर सहित दर्जनों ग्रामों में तबाही हुई है। बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि ने मौसम का मिजाज बदल दिया। जानकारों का मानना है कि बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से ठंड वापस लौट कर आएगी, जिससे लोगों को अभी ठंड से राहत नहीं मिलेगी। यानि अभी ठंड कुछ दिन और लगेगी।