रायपुर। राजधानी के सरस्वती नगर इलाके में एक युवक की लाश पटरी में संदिग्ध अवस्था में पड़ी मिली थी। लाश की शिनाख्त हो गई है, मृतक का नाम पीयूष यादव उम्र 22 वर्ष है। मृतक बैकुंठपुर कोरिया जिले का निवासी है। युवक एनआईटी से हाल ही में उत्तीर्ण हुआ था,जिसके बाद वह एक कंपनी में काम कर रहा था। जानकारी के मुताबिक युवक की लाश 7 जनवरी कि सुबह सरस्वती नगर के पास ट्रैक में मिली थी, जीआरपी पुलिस को इसकी सूचना सरस्वती नगर रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर द्वारा दी गई थी। जिसके बाद इस मामले की जानकारी मिलते ही जीआरपी पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मर्ग कायम कर लाश की शिनाख्त करने में जुटी, मौके पर लाश के पास कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, युवक का चेहरा क्षतिग्रस्त हो चुका था. जिससे युवक की शिनाख्त नहीं हो पाई और परिजनों का पता नहीं चलने पर जीआरपी पुलिस ने उसे 2 दिनों तक मोर्चरी में रखा गया था। जिसके बाद परिवार वालों का पता नहीं लगने के बाद उसे 9 जनवरी को मुक्त श्रद्धांजलि सेवा संस्था द्वारा कफन दफन कराया गया.
इस मामले को प्रथम दृष्टि से ट्रेन से टकराने से युवक की मौत बताई जा रही है। यह मामला जीआरपी थाना है। पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है, जिसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में परिजनों ने बताया कि उनसे 6 जनवरी की रात लगभग 9:30 बजे पीयूष की बात हुई। जिसके बाद 7 और 8 तारीख को युवक ने परिवार वालों का फोन नहीं उठाया. जिस पर परिजनों को शंका हुई कि आखिर फोन 2 दिन से क्यों नहीं उठा रहा है. जिसके बाद परिजनों ने मकान मालिक को फोन लगाया, तो उसने बताया कि रूम में बाहर से ताला बंद है। जिस पर परिजनों द्वारा मकान मालिक से कहकर उसे थाने में जाकर शिकायत करने को कहा गया कि आखिर युवक कहां गया है. जिस पर मकान मालिक ने पुलिसवालों के साथ उसके रूम का ताला खुलवाया तो युवक का मोबाइल सहित अन्य चीजें रूम में ही पड़े मिले, लेकिन लड़के का कोई पता नहीं चल पाया।
जिसके बाद हड़बड़ी में युवक के परिजन कोरिया जिला से रायपुर पहुंचे और गुमशुदगी की रिपोर्ट 10 जनवरी को सरस्वती नगर थाने में दर्ज कराएं। जिसमें पता लगा कि 7 जनवरी को एक डेड बॉडी मिला थी। जिसके बाद उसे पहचान किया गया, तो गुमशुदा युवक पीयूष यादव ही निकला.
परिवार वालों को उनके बेटे की न तो बॉडी देखने को मिल सकी, सिर्फ उसके चप्पल और कपड़े से ही उन्हें शिनाख्त कर मन को मनाना पड़ा.
लेकिन युवक के साथ क्या हुआ कैसे हुआ, संदिग्ध अवस्था में ट्रैक पर उसकी लाश मिली। इसकी जानकारी अभी तक नहीं लग पाई है. जानकारी मिली है कि युवक मेधावी छात्र था. बचपन से अपने नाना-नानी के यहां रहकर उसने अपनी पढ़ाई की, वह परिवार का एकलौता बेटा था और रायपुर के एनआईटी से अपनी पढ़ाई पूरी कर नौकरी कर रहा था।
इस मामले में मृतक के परिवार का कहना है कि हमारा बेटा सुसाइड नहीं कर सकता, उन्हें शंका है कि उसके साथ मारपीट जैसी कोई घटना हुई है, जिसके बाद उसे ट्रक में छोड़ दिया गया.
बताया जा रहा है कि युवक एनआईटी से हाल ही में पास आउट हुआ था। जिसके बाद उसकी नौकरी बड़े कंपनी में लगी, लेकिन कोरोना के दौरान वह वर्क फ्रॉम होम रायपुर में किराए के मकान में रहकर ही कर रहा था. 6 जनवरी की रात युवक अपना कार्य कर रहा था। जिसके बाद करीब तड़के 4:00 बजे वह माइंड फ्रेश करने के लिए रूम में मोबाइल छोड़ कर ही बाहर निकला होगा, जिसके बाद सुबह उसकी लाश मिली। परिवार जनों को शक है कि युवक के साथ मारपीट जैसी कोई वारदात हुई होगी, जिसके बाद युवक कि इस संदिग्ध अवस्था में लाश मिली है। उनका कहना है कि इस मामले में निष्पक्ष तरीके से जांच हो ताकि सच बाहर आ सके कि यह घटना कैसे हुई है. फिलहाल इस मामले में पुलिस जांच कर रही है पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले का खुलासा हो पाएगा।