PhD स्कॉलर की हत्या कर शव के किए 4 टुकड़े, 1 करोड़ रूपए की लालच में हुई वारदात

उत्तरप्रदेश। गाजियाबाद में एक मकान मालिक ने अपने किराएदार की हत्या कर दी। आरोपी ने हत्या के बाद शव के टुकड़े कर पॉलीथिन में भरकर फेंक दिया। पुलिसन आरोपी को गाजियाबाद के मोदीनगर से बुधवार को गिरफ्तार किया है। आरोपी मकान मालिक उमेश शर्मा ने कबूला है कि उसने अपने किराएदार PhD स्कॉलर की 6 अक्टूबर को तौलिया से गला घोंट कर हत्या की थी।
मोदीनगर थाना क्षेत्र की राधा एन्क्लेव कालोनी में एक करोड़ के लालच में एक युवक ने पीएचडी छात्र की हत्या कर उसके शव के तीन टुकड़े कर दिए। शव छिपाने के लिए टुकड़ों को पालीथिन में भरकर खतौली व मसूरी की नहर और ईस्टर्न पेरिफेरल के पास फेंक दिया।
घटना पांच अक्टूबर की रात की है। आरोपित की निशानदेही पर अंकित के घर से आलाकत्ल आरी, जले हुए कपड़े व अंकित के बाल और खून के निशान भी मिले हैं। मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपित को गिरफ्तार किया है। अन्य की तलाश की चल रही है।
मूलरूप से बागपत के गांव मुकंदपुर के 45 वर्षीय अंकित चौधरी शहर की राधा एन्कलेव कालोनी में उमेश शर्मा के घर किराये पर रहते थे। अंकित लखनऊ के डा. भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रहे थे। तीन महीने पहले ही उन्होंने फाइल जमा की थी। इस बीच, अंकित ने बागपत स्थित अपना मकान बेच दिया, जहां से उन्हें एक करोड़ रुपये मिले थे। इसमें से चालीस लाख उमेश ने अंकित से उधार लिए थे। बाकी रुपयों पर भी उमेश की नजर थी। इसलिए उसने योजनाबद्ध तरीके से पांच अक्टूबर की रात अंकित की गला दबाकर हत्या कर दी।
शव ठिकाने लगाने के लिए उमेश ने आरी से शव के तीन टुकड़े किए। तीनों टुकड़ों को पालीथिन में भरकर रात में ही ठिकाने लगा दिया। इसमें दो टुकड़े मसूरी व खतौली में नहर में फेंके और एक टुकड़े को दुहाई में ईस्टर्न पेरिफेरल के पास फेंक दिया। इसके बाद वह अंकित के डेबिट कार्ड से रकम निकालने लगा।
उधर, अंकित के साथ पीएचडी कर रहे साथियों की जब दो महीने से उससे बात नहीं हुई तो उसे खोजते हुए मोदीनगर आए। यहां उन्हें पता चला कि अंकित तो दो महीने से घर ही नहीं आया है। उन्होंने 12 दिसंबर को मोदीनगर थाने में अंकित की गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने पुछताछ के बाद उमेश (35) को गिरफ्तार किया उसने 6 अक्टूबर को तौलिया से अंकित का गला घोंटने की बात स्वीकार की।