48 साल बाद गुजरात के तट से टकरा सकता है चक्रवाती तूफान, मौसम विभाग ने जताई आशंका …
गुजरात में इस वक्त बारिश और बाढ़ के के कारण हाहाकार मचा हुआ है, ये मुश्किलें यहीं ख़तम नहीं हो रही, बल्कि गुजरात में एक और खतरा मंडरा रहा है, दरअसल जिस डीप डिप्रेशन की वजह से गुजरात में भारी बारिश हो रही थी वो अब अरब सागर में दाखिल होने जा रहा है. जिससे कच्छ और सौराष्ट्र में तूफानी बारिश के आसार हैं.बताया जा रहा है कि पिछले 80 साल में ये ऐसा चौथा तूफान है जो जमीन के ऊपर पैदा हुआ है, मौसम विभाग के मुताबिक, अरब सागर में चक्रवाती तूफान बनने की संभावना है. 1964 के बाद अरब सागर में अपनी तरह का ये पहला दुर्लभ तूफान होगा. दुर्लभ इसलिये क्योंकि एक वेदर सिस्टम जमीन के ऊपर बना हुआ है, जिसकी वजह से गुजरात में भारी बारिश हो रही है. अब इसी सिस्टम की वजह से अरब सागर के ऊपर साइक्लोन बन रहा है.
मौसम विभाग के मुताबिक, वेदर सिस्टम समंदर की गर्मी लेकर चक्रवाती तूफान में बदलने वाला है. अब तक ये डिप्रेशन सौराष्ट्र और कच्छ के ऊपर था, जो अब धीरे-धीरे पश्चिम की तरफ बढ़ रहा है. यह पश्चिम से दक्षिण-पश्चिम की तरफ जाता हुआ दिख रहा है.तूफान का सबसे ज्यादा असर गुजरात के कच्छ में दिखेगा। यहां 65 से 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। तूफान के चलते राजकोट, जामनगर, पोरबंदर, जूनागढ़, द्वारका में भी भारी बारिश का अलर्ट है।वही कच्छ और राजकोट में स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। कच्छ में कच्चे मकानों में रह रहे लोगों को घर खाली करने का आदेश दिया है। कलेक्टर ने कहा है कि जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकले।
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