बांग्लादेश में सरकारी नौकरी में आरक्षण खत्म करने और प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर आंदोलन अब सोमवार को और तेज हो गया है। प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों के बीच भड़की हिंसा में अब तक 14 पुलिसकर्मियों समेत करीब 300 लोगों की जान चली गई है। हिंसा में हजारों लोग घायल हुए हैं।वही हजारों प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रधानमंत्री आवास में घुस चुके हैं। इस बीच PM हसीना के प्रधानमंत्री आवास छोड़ने के दावे किए जा रहे हैं।
वही न्यूज एजेंसी AFP ने सूत्रों के हवाले बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री ढाका पैलेस को छोड़कर अपनी बहन के साथ किसी सुरक्षित जगह शिफ्ट हो गई हैं। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि पीएम हसीना और उनकी बहन रेहाना ने देश छोड़ दिया है और मिलिट्री हैलिकॉप्टर से भारत पहुंच गई हैं। उनके इस्तीफे की भी खबर है, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है।सरकार ने हिंसा पर काबू पाने के लिए देशभर में कर्फ्यू लगा दिया है। 3 दिनों की छुट्टियां कर दी गई हैं।ट्रेनें अगले आदेश तक रोक दी गई हैं। 3500 से ज्यादा कपड़ा फैक्ट्रियों में भी ताला लग गया है।कोर्ट भी बंद कर दिए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश में कहा गया है कि बंदी के दौरान बहुत जरूरी मामलों में ही सुनवाई की जाएगी। इसके लिए चीफ जस्टिस इमरजेंसी बेंच का गठन करेंगे।
16 घंटे के बाद मिला डिप्टी CM अरुण साव के भांजे का शव,दोस्तों संग मनाने गया था पिकनिक…