जशपुर। जशपुर के साप्ताहिक बाजार ( weekly market) में शुक्रवार की शाम एक आदमी गले में नगाड़ा (Nagada) लटकाए जोर जोर से चिल्ला रहा था सुनो- सुनो -सुनो भाई जी, एक नई बीमारी आई है नाम है कोरोना वायरस (covid- 19 ) । इसकी दवाई आज तक नहीं बनी है । सफाई ही इसका बचाव है ।इसलिए भीड़ ना लगाएं 22 मार्च को जनता कर्फ्यू (janta curfew ) का पालन करें। स्वच्छ रहे स्वस्थ रहे। जरूरत हो तभी घर से बाहर जाएं। गले में बड़ा सा नगाड़ा (Nagara) लटकाए एक युवक लगातार यही बातें साप्ताहिक बाजार में दोहरा रहा था। इसे मुनादी (Munadi ) कहा जाता है ।
कब होती थी मुनादी
रियासत कालीन समय में अक्सर युद्ध या फिर कर वसूली के लिए मुनादी कराई जाती थी। राजा महाराजा अपने प्रभाव वाले गांव में और साप्ताहिक बाजारों में मुनादी करवाया करते थे। इसके लिए नगाड़े का उपयोग किया जाता था ।
साप्ताहिक बाजारों में भी कम हुई भीड़
जशपुर के भीतरी अंचलों में लगने वाली साप्ताहिक बाजारों में लोगों की भीड़ कम होती दिखाई दे रही है ।लोग बेहद जरूरी काम होने के बाद ही घरों से बाहर निकल रहे हैं। इसके अलावा भी जशपुर राजघराने के लोगों ने मुनादी करवाकर लोगों की लोगों की सुरक्षा के लिए उन्हें जागरूक किया मुंबई में पाए गए। सबसे ज्यादा मरीज ताजा आंकड़ों के हिसाब से मुंबई में कोरोना वायरस के 64 मामले सामने आए हैं ।