
केन्या के एक नेता ने 22 साल पहले महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एक दुकानदार से 200 रुपये उधार लिए थे, जिसे लौटाने के लिए वह भारत आया है. रिचर्ड न्यागाका टोंगी केन्या के सांसद हैं और उन्होंने 1985 से 1989 के दौरान मौलाना आजाद कॉलेज में पढ़ाई की थी. इस दौरान वे वांखेडनगर में काशीनाथ गावली की दुकान से राशन खरीदा करते थे.
टोंगी की फेसबुक पोस्ट के अनुसार, उस वक्त उन्होंने 200 रुपये का उधार लिए था. 22 साल बाद वे इसे लौटाने के लिए केन्या से भारत आए.
टोंगी ने पत्रकारों को बताया, “मुझ पर 22 साल पहले का कर्ज था, जो मैंने चुकाया नहीं. उन्होंने मुझे भोजन दिया, लेकिन मैंने पैसे नहीं दिए. जब मेरी शादी हुई तो मैंने भारत लौटने की कसम खाई. अब मेरा दिल शांति से है.”
मैं धन्यवाद कहना चाहता हूं
टोंगी अपनी पत्नी के साथ भारत की यात्रा पर पहुंचे थे. उन्होंने अपने जीवन के उस दौर को याद किया कि कैसे गवली ने कठिन समय में उनकी मदद की थी. उन्होंने कहा, “औरंगाबाद में अपनी पढ़ाई के दौरान में सबसे अधिक कष्ट में था, जब इन लोगों ने मेरी मदद की. मैंने सोचा मैं किसी दिन आऊंगा और पैसे वापस करूंगा. मैं धन्यवाद कहना चाहता हूं. यह मेरे लिए काफी भावनात्मक है.”
टोंगी ने कहा कि भगवान उस आदमी (गवली) का भला करे और उसके बच्चों को आशीर्वाद दे. वे मेरे लिए अद्भुत थे. वे मुझे एक होटल में भोजन के लिए ले जाना चाहते थे लेकिन मैंने जोर देकर कहा कि हमें उनके घर खाना चाहिए.
केन्याई सांसद ने मौलाना आजाद कॉलेज का भी दौरा किया और छात्रों के साथ बातचीत की. केन्या जाने से पहले टोंगी ने गवली को जल्द ही अपने देश आने का निमंत्रण भी दिया.