
जांजगीर चांपा से दीपक यादव की रिपोर्ट-
जांजगीर चांपा। कोरोना ( corona) वायरस के चलते जिले की शाला (school) पर ताला लग गया है । कोरोना का रोना यहीं खत्म नहीं हो जाता । अब तो शासन ने 31 मार्च तक के लिए सभी शालाओं पर ताले जड़ दिए हैं।
इससे साफ जाहिर होता है कि पूरे विश्व स्तर पर भारत तथा प्रदेश सहित जांजगीर-चांपा जिला में इस जानलेवा वायरस के संक्रमण तथा बचाव व रोकथाम के उपाय के तहत इस तरह का सख्त आदेश जारी कर बच्चों के स्कूल आने पर रोक लगा दिया गया है । और स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश में कहा गया है कि 10वीं तथा 12वीं के बोर्ड परीक्षाओं ( board examination) का संचालन यथावत चलता रहेगा । इसमें किसी प्रकार का कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
जिले में कोरोना वायरस का कोई मरीज नहीं
यहां पर यह भी स्पष्ट कर दें कि अभी तक जांजगीर-चांपा जिला में कोरोना वायरस का संदिग्ध सामने तो आया है लेकिन उसके ब्लड सैंपल का पॉजिटिव आने जैसी कोई बात नहीं है जिसके चलते फिलहाल जिले वासियों के लिए कोई बुरी खबर नहीं है। लेकिन प्रदेश के मुखिया के द्वारा व्यापक जनहित के मद्देनजर निजी तथा सरकारी स्तर के समस्त विद्यालयों को 31 मार्च तक बंद रखने का निर्देश जारी किया गया है। इसका स्कूल प्रबंधन के द्वारा तत्काल प्रभाव से पालन किया जा रहा है ।
अभिभावकों ने ली राहत की सांस
इस पर कई अभिभावकों ने राहत की सांस ली है क्योंकि स्कूल बंद नहीं किया जाता तो वह मजबूरी वश बच्चों को स्कूल भेजने के लिए विवश होते लेकिन शासन स्तर पर निर्णय लिए जाने के बाद अभिभावकों को यह जनहित में लिया गया फैसला बताया जा रहा है। कोरोना वायरस का कहर इस हद तक देखा जा रहा है कि जहां अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजें या ना भेजें जैसे परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं ।
बाजारों में भीड़भाड़ हुई कम
तो वहीं अब हाट बाजार ( market) में भी लोगों की उपस्थिति कम देखी जा रही है जिसके चलते छोटे-बड़े कई व्यापारियों ने इसे कोरोना मंदी का असर नाम दिया है।