झारखंड। झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन ने इफ्तार पार्टी के दौरान एक बयान दिया है। जिसके बाद राजनीति गरमाने लगी है। वहीं भाजपा ने भी झारखंड सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
दरअसल, झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन गढवा इलाके में इफ्तार पार्टी में शामिल हुए थे। इसमें उन्होंने हिंदू-मुस्लिम, बिगड़े हुए धार्मिक माहौल पर बात की थी। यहां उन्होंने जहांगीरपुरी हिंसा पर बात करते हुए बोला, ‘जहांगीरपुरी में आखिर में हिंदू-मुसलमानों ने मिलकर तिरंगा यात्रा निकाली। सबको पता है कि जो एक धर्म विशेष के साथ हो रहा है उससे सबको नुकसान है।’
मंत्री ने आगे कहा, ‘हम (मुसलमान) 20 फीसदी हैं तो आप (हिंदू) 70-80 फीसदी हैं। अगर ज्यादा विवाद होगा तो हमारे 20 घर बंद होंगे आपके 70 घर बंद होंगे’ मंत्री द्वारा कहे गए इसी लाइन पर विवाद खड़ा हो गया। मंत्री हफीजुल हसन ने आगे कहा था कि, ‘ये सब लोगों को अब समझ आ गया है कि मिलजुलकर रहना है। ये हिंदुस्तान की मिट्टी में, हवा-पानी में खासियत है कि मुगल आए, अंग्रेज आए लेकिन हम लोगों को बांट नहीं पाये। कुछ दिनों में देखियेगा माहौल बहुत अच्छा हो जाएगा।’
हफीजुल हसन का बयान चर्चा में आने पर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मंत्री की बर्खास्तगी की मांग की है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बयान शर्मनाक है। दास ने कहा कि हेमंत सोरेन को ऐसे मंत्री को कैबिनेट से बाहर करके जेल भेजना चाहिए।