रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता आरपी सिंह ने आज एक बयान जारी करते हुए यह आरोप लगाया है कि धर्म संसद के दौरान कालीचरण द्वारा कही गई आपत्तिजनक बातें भाजपा और संघ की सोची समझी साजिश का नतीजा है। कालीचरण की सोशल मीडिया प्रोफाइल चेक करने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि उसकी निकटता भाजपा, संघ और संघ के अनुषांगिक संगठन के नेताओं के साथ रही है। कालीचरण के रायपुर प्रवास के दौरान भी रायपुर विमानतल पर उसका स्वागत करने के लिए भाजपा और संघ के वरिष्ठ नेतागण गए थे।
इतना ही नहीं सोशल मीडिया और व्हाट्सएप के माध्यम से लोगों को संदेश भेज कर भाजपा और संघ के नेताओं ने कार्यक्रम स्थल पर भीड़ भी एकत्र करने का कार्य किया था। इन सभी के पुख्ता प्रमाण कांग्रेस पार्टी के पास हैं जिसे हम जांच कर रही पुलिस टीम को सौंप रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने पुलिस प्रशासन से यह आग्रह किया है कि इस पूरे मामले की बेहद गंभीरता से जांच की जाए ताकि भाजपा संघ और उसके अनुषांगिक संगठनों के नेताओं की संलिप्तता का पता जनता को चल सके। उन्होंने कहा है कि राज्य की भूपेश बघेल सरकार किसी भी सूरत में भाजपा और संघ के नेताओं को छत्तीसगढ़ में नफरत फैलाने नहीं देगी।
छत्तीसगढ़ की धर्म संसद के दौरान महात्मा गांधी के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी करने और गाली देने को लेकर कालीचरण के विरुद्ध धारा 505(2) तथा 294 भादवि के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया था। पुलिस टीम ने जांच के दौरान कालीचरण के भाषण के वीडियो को देखने पर पाया कि यह भाषण न केवल साम्प्रदायिक सौहार्द्र को बिगाड़ने वाला है बल्कि धर्म विशेष के प्रति वैमनस्य फैलाने वाला भी है। जिसके बाद इस अपराध में धारा 295 (a) और धारा 153 (a) जोड़ी गयी है। मामले की गंभीरतापूर्वक विवेचना की जा रही है, मामले में नए तथ्य सामने आने पर और भी आवश्यक धाराएं जोड़ी जाएंगी। पुलिस टीमें कालीचरण का पता लगाने और गिरफ्तार करने में लगातार जुटी हुई हैं और छापेमारी की कार्यवाही लगातार की जा रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता आर पी सिंह ने सभी समाज विरोधी ताकतों को यह चेतावनी दी है कि छत्तीसगढ़ में अगर कोई भी संप्रदायिकता के आधार पर माहौल खराब करने की कोशिश करेगा तो भूपेश बघेल सरकार उसके खिलाफ बेहद सख्ती से पेश आएगी। हमारी सरकार छत्तीसगढ़वासियों की सुरक्षा शांति और भरोसे के लिए प्रतिबद्ध है।