
रायपुर : केलो परियोजना के 22 खसरे की जमीन जिंदल को देने पर राज्य विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने जमकर हंगामा किया और राज्य के राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा के जवाब से असंतुष्ट होकर सदन से वॉकआउट कर दिया।
प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने मामला उठते हुए कहा कि राज्य सरकार की ओर से पूछे गए प्रश्न का जवाब अलग अलग देकर गुमराह करने की कोशिश की गई है। उमेश पटेल ने कहा कि अगस्त 2024 में जोरापाली में 22 खसरे की जमीन केलो परियोजना के लिए अधिग्रहित थी, उसे जिंदल को दे दी गई। इसमें शिकायत की गई थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
प्रश्न का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि उन्हें
कोई शिकायत नहीं मिली है। यदि शिकायत आयेगी तो कार्यवाई करेंगे।
प्रश्न में हस्तक्षेप करते हुए पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि
बिना मंत्रिमंडल में आए बिना,बिना मंत्री की जानकारी में आए लैंड यूज नहीं बदला सकता। जलाशय की जमीन अधिकारी ने जिंदल को दे दी। इसलिए पूरे मामले की जांच विधानसभा की समिति से कराई जाए। विपक्ष की मांग पर मंत्री ने विभागीय जांच कराने का दिया आश्वासन दिया लेकिन विपक्ष विधानसभा की समिति से जांच कराने की मांग पर अड़ा रहा। सरकार द्वारा विधानसभा की समिति से जांच की मांग नहीं माने जाने पर नाराज विपक्ष ने सदन में नारेबाजी शुरू कर दी। बाद में असंतुष्ट विधायकों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया।