अंबिकापुर। कमिश्नर जी आर चुरेन्द्र गुरूवार को बतौली एवं सीतपुर में आयोजित पंचायत सशक्तीकरण कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर जनप्रतिनिधी, अधिकारी-कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में सरपंच, कोटवार और ग्रामीण उपस्थित थे।
कमिश्नर चुरेंद्र ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अधिकारी-कर्मचारी आपस में बेहतर ताल-मेल के साथ ग्रामीणों तक पहुंच बनाये ताकि शासन की योजनाएं अन्तिम पंक्ति के व्यक्ति तक पहुंच सके। उन्होंने कहा कि तहसीलदार अपने कोटवार और पटेल को तवज्जो दें। उनसे ज्यादा से ज्यादा काम लें। जब तक प्रशासन के नुमाइन्दे गांव एवं समाज को ठीक से नहीं पहचानेंगे तब तक योजनाओं का क्रियान्वयन ठीक से नहीं होगा। समय समय पर पटवारी, पटेल, कोटवारों का कार्यशाला भी करायें। सीखने-सिखाने का काम निरन्तर जारी रहे। सभी अधिकारी-कर्मचारी सेवा भावना से दायित्व का निर्वाहन करें। उन्होंने कहा कि पंचायती राज को सुदृढ कर ग्राम सभा को मजबूत बनाने में लिए सबकी सहभागिता जरुरी है। ग्रामसभा की अहमियत और उसके अधिकार को समझे। गांव में छोटी-छोटी विवादों को ग्रामसभा में ही सुलझाएं।
कमिश्नर ने फौती, नामांतरण एवं बंटवारा के प्रकरणों का समय-सीमा में निराकरण करने के लिए पटवारी, सचिव ,कोटवार, पटेल तथा वन विभाग के अमलां का टीम गठित कर प्रतिदिन दो गांव के प्रकरणां का निराकरण करने के निर्देश दिए। गांव पहुंचकर टीम बी-1 व खसरे का वाचन करेगी। उन्होंने कहा कि जिस गांव में टीम जाएगी उसके एक दिन पहले मुनादी कर गांव वालों को सूचना दें। प्रतिदिन किये गए कार्य का रिकार्ड रखने के लिए एक फार्मेट बनाये। टीम के कार्य का मॉनिटरिंग एसडीएम व तहसीलदार करेंगे। उन्होंने वर्षा जल संचय के लिए सभी शासकीय भवनों में श्रम दान के द्वारा सामान्य वाटर हार्वेस्टिंग बनाने में निर्देश दिए। ग्रामीण अर्थ व्यवस्था की मजबूती के लिए गांव में सामुदायिक बाड़ी नरेगा के कन्वर्जेंस से बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गोठानों का संचालन बेहतर तरीके से करें। गोठान में अब तक जो भी कमियों है उसे एक सप्ताह में दूर करें।
इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष सुगिया मिंज, उपाध्यक्ष प्रदीप गुप्ता मंत्री प्रतिनिधि अरविंद गुप्ता, एसड़ीएम अनमोल टोप्पो सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी और ग्रामीण उपस्थित थे।