अम्बिकापुर। कलेक्टर कुंदन कुमार व जिला पंचायत के सीईओ विनय कुमार लंगेह ने शनिवार को अम्बिकापुर जनपद के स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं के जायजा लिया। उन्होंने शासकीय प्राथमिक शाला माझा पारा में साफ- सफाई की कमी, अव्यवस्थित शौचालय व कक्षा में रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के कारण प्रधान पाठक सुधीर शर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी करने व बिना अवकाश स्वीकृति के शाला से अनुपस्थित रहने पर शिक्षिका अर्चना श्रीवास्तव व नीति की अनुपस्थित अवधि का वेतन कटौती के निर्देश दिए। कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि बेहतर शिक्षा के लिए बेहतर परिवेश बनाने का प्रयास करें। स्कूल में प्रवेश करते ही एक सुखद अनुभूति होनी चाहिए।
कलेक्टर ने मझापारा स्कूल परिसर में आसपास के लोगो द्वारा कचरा फेक कर गंदगी करने को लेकर प्रधानपाठक पर नाराज़गी व्यक्त करते हुए परिसर की साफ-सफाई कराने, बालक व बालिका शौचालय अलग अलग बनवाने तथा कक्षा में पर्याप्त रोशनी के लिये टयूब लाइट लगवाने के निर्देश दिए। एनएच किनारे होने के कारण सड़क चौड़ीकरण में स्कूल की बॉउंड्री वाल एनएच द्वारा ढहाई गई है जिसे नया बाउंड्रीवाल बनाने व गेट लगवाने के निर्देश एनएच के अधिकारियों को दिए। वहीं शुद्ध व शीतल पेयजल की व्यवस्था की लिए वाटर प्यूरीफायर व वाटर कूलर लगाने के भी निर्देश दिए।
प्रिंसी पढ़ेगी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में- कलेक्टर ने माझापारा के प्राथमिक स्कूल के बच्चों से सामान्य ज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे। इसी दौरान कक्षा 4 थी की छात्रा प्रिंसी बखला ने अपना परिचय अंग्रेजी में दिया कई प्रश्नों के जवाब भी दी। कलेक्टर ने पूछा कि आप इससे पहले कहा पढ़ती थी। प्रिंसी ने बताया कि एक निजी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ती थी लेकिन फीस ज्यादा होने के कारण उसके पालक वहां नहीं पढ़ा सके। कलेक्टर ने प्रिंसी की इच्छा जानकर उसे अम्बिकापुर के स्वामी आत्मानन्द अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में प्रवेश दिलाने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिए।
लक्ष्मीपुर स्कूल बनेगा मॉडल- कलेक्टर ने सबसे पहले अम्बिकापुर नगर निगम से लगे शासकीय प्राथमिक शाला लक्ष्मीपुर का निरीक्षण किया। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि इस स्कूल को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करें। पूरे स्कूल प्रांगण की साफ सफाई कराकर दीवार के चारो ओर क्यारी बनाने, नया झूले व फिसल पट्टी लगाने तथा प्रांगण में रबर पेंट वाला पेवर ब्लॉक लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रधान पाठक से स्कूल में बच्चो की दर्ज संख्या व शिक्षकों की संख्या की जानकारी लेने के साथ अन्य समस्या पूछे। बच्चो की संख्या के हिसाब से कम शिक्षक होने पर जिन स्कूलों में अतिशेष शिक्षक है वहां से दो दिन में तीन शिक्षक पदस्थ करने के निर्देश दिए।
जब कलेक्टर व सीईओ बने स्मार्ट क्लास के विद्यार्थी- शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय मेन्द्राकला के निरीक्षण के दौरान वहां स्मार्ट क्लास का भी कलेक्टर व सीईओ ने अवलोकन किया। इस दौरान कलेक्टर ने स्मार्ट क्लास से बच्चों को पढ़ाने के तरीका जानने के लिए स्वयं विद्यार्थी बन शिक्षक को कोई विषय पढ़ाने कहा। कम्प्यूटर के शिक्षक द्वारा स्मार्ट क्लास में लगे प्रोनेकर के माध्यम से कम्प्यूटर के वर्ड के बारे में पढ़ाने का तरीका बताया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने स्मार्ट क्लास में वेंटिलेशन के लिए सीमेंट की जाली लगाने व शीतल पेयजल के लिए वाटर कूलर लगाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने स्कूल की प्राचार्य को इस वर्ष का लक्ष्य निर्धारित करते हुए कहा कि 10वीं व 12वीं की परीक्षा में काम से कम 5 बच्चों को मेरिट में लाने का प्रयास करें। उन्होंने स्कूल के बॉउंड्री वाल व प्रवेश द्वार बनवाने के लिए एनएच के अधिकारी को निर्देशित किया।