रायपुर: म्यूजिक इंडस्ट्री को एक और बड़ा झटका लगा है. लता दीदी और बप्पी लहरी के आलावा संध्या मुखर्जी ने भी हम सबको अलविदा कह दिया है. आपको बता दें, बंगाल की मशहूर शास्त्रीय गायिका संध्या मुखर्जी का मंगलवार की शाम दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। 91 वर्षीय गायिका के निधन के साथ ही उनके लाखों प्रशंसक शोक में डूब गए हैं।
संध्या मुखर्जी ने अपने करियर में एस. डी. बर्मन, नौशाद और सलील चौधरी जैसे लोकप्रिय संगीत निर्देशकों के साथ काम किया है. संध्या मुखर्जी का अंतिम संस्कार पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
संध्या मुखर्जी के निधन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना सहित तमाम लोगों ने शोक जताया।
अस्पताल अधिकारीयों से मिली जानकारी के मुताबिक, तबीयत खराब होने के कारण मुखर्जी 27 जनवरी से ही अस्पताल में भर्ती थीं। उन्होंने बताया कि गायिका को रक्तचाप बढ़ाने की दवा दी जा रही थी. इसके बावजूद रक्तचाप गिरने के कारण उन्हें सघन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में ले जाया गया। जिसके बाद मंगलवार शाम करीब साढ़े सात बजे (7:30 बजे) उन्हें दिल का दौरा पड़ा जिससे उनकी मृत्यु हो गई। अनियमित धड़कन के कारण उन्हें बचाया नहीं जा सका।’’
मुखर्जी के निधन पर शोक जताते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह राज्य के पूर्वोत्तर जिलों का अपना तीन दिवसीय दौरा बीच में ही खत्म कर गायिका के अंतिम संस्कार के लिए कोलकाता लौटेंगी। बनर्जी गायिका के काफी करीब हुआ करती थीं।
वहीं, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मुखर्जी के निधन पर शोक जताया और अपने संदेश में कहा कि ‘गीतश्री’ संध्या मुखर्जी ने ना सिर्फ पूरे प्रायद्वीप में ‘गानेर मुग्धता’ (गानों का जादू) बिखेरी बल्कि बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम में उनकी भूमिका को भी कभी भुलाया नहीं जा सकता।