नई दिल्ली। कोरोना महामारी के दौर में देश में हर दो भारतीय में से एक का जीवन स्तर खराब पाया गया है। डैनोन इंडिया और सीआईआई (भारतीय उद्योग परिसंघ) के सर्वे में यह दावा किया गया है। दोनों एजेंसियों ने मार्केट रिसर्च एजेंंसी आईपीएसओएस से यह सर्वे कराया था। एजेंसी ने यह सर्वे आठ शहरों इंदौर, मुंबई, चेन्नई, दिल्ली, पटना, हैदराबाद, लखनऊ और कोलकाता में किया था। इसमें 2,762 लोगों से उनके जीवन स्तर के बारे में सवाल पूछे गए थे। ये सवाल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य, सामाजिक रिश्ते और आसपास के वातावरण को लेकर थे। इन विषयों के आधार पर लोगों का जीवन स्तर मापा गया।
सर्वे में लोगों के सांस्कृतिक जीवन और जीवनमूल्यों को भी समझा गया। इसमें शामिल हर दो में से करीब एक यानी 46.2% लोगों का जीवन खराब पाया गया। जबकि 50.4% महिलाओं और 42% पुरुषों का जीवन खराब मिला। खासकर शारीरिक स्वास्थ्य के मामले में महिलाओं का जीवन पुरुषों से ज्यादा खराब था। कोलकाता के लोगों में सबसे अधिक खराब जीवन स्तर मिला। इसके बाद चेन्नई, दिल्ली, पटना, हैदराबाद, लखनऊ और इंदौर में जीवन स्तर खराब रहा। मुंबई के सर्वे में शामिल 68% लोगों का जीवन स्तर अच्छा था।
सबसे खराब जीवन स्तर
कोलकाता 65%
चेन्नई 49.8%
दिल्ली 48.5%
पटना 46.2%
हैदराबाद 44.4%
लखनऊ 40%
इंदौर 39.2%