रायपुर- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज ऑक्सफैम इंडिया के जेंडर और जेंडर समानता पाठ्यक्रम को वर्चुअली लॉन्च किया. ऑक्सफैम इंडिया के प्रमुख अमिताभ बेहर,पंडित रविशंकर शुक्ला यूनिवर्सिटी वाइस चांसलर केसरी लाल वर्मा और छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक शुभारंभ में शामिल हुए.
14 सप्ताह का ऑनलाइन पाठ्यक्रम अंग्रेजी और हिंदी में सभी के लिए स्वतंत्र रूप से इस वेब पोर्टल पर उपलब्ध है. राज्य में जेंडर समानता को आगे बढ़ाने के लिए ऑक्सफैम इंडिया को लेकर भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने महिलाओं और बालिकाओं को सशक्त बनाने के लिए कई पहल शुरू की है. हम लैंगिक समानता के लिए प्रतिबद्ध है मैं पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय और ऑक्सफैम इंडिया ऑनलाइन पाठ्यक्रम बनाने के लिए बधाई देता हूं.
आपको बता दें कि ऑक्सफैम इंडिया का जेंडर पाठ्यक्रम युवाओं के लिए एक स्पेस तैयार करेगा. यहां वे जेंडर महिला अधिकारों पर अपनी समझ में सुधार कर सकेंगे. युवा महिलाओं के खिलाफ हिंसा की व्यक्तियों को समझ सकते हैं. निवारण के तरीकों पर जानकारी ले सकते हैं. यह पाठ्यक्रम ऐसे समय में आया है जब देश में कोरोनावायरस महामारी के कारण महिलाओं के खिलाफ हिंसा में बढ़ोतरी देखा गया है. सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि जनवरी मई 2011 के दौरान राष्ट्रीय महिला आयोग को मिली घरेलू हिंसा की शिकायतों में 21 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई है.
निवेदिता फाउंडेशन की निर्देशक सिप्रा देवी ने कहा हमारे देश के युवा एक पितृसत्तात्मक समाज में रह रहे हैं. यह समाज जो नकारात्मक लिंग मानदंडों को मजबूत करता है और लिंग आधारित हिंसा को बढ़ावा देता है. इस कोर्स के साथ युवा भेदभाव असमानता और लिंग आधारित हिंसा जैसे मुद्दों को समझेंगे. जिससे हिंसा का सहारा नहीं ले पाएंगे. न ही इसे प्रोत्साहित करेंगे और ना ही इसे अपने जीवन में सहन करेंगे.
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 5 ने बताया कि प्रमुख राज्य में शारीरिक हिंसा का सामना करने वाली 70% महिलाओं ने इस बारे में किसी को नहीं सूचित किया है. घरेलू हिंसा की छाया महामारी को स्वीकार करते हुए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों और समृद्धि कॉलेजों को एक पत्र के माध्यम से पाठ्यक्रम में जेंडर संवेदीकरण के बारे में सामग्री जोड़ने और अप्रैल 2021 में महिलाओं की सुरक्षा पर व्याख्यान आयोजित करने का आग्रह किया है. 2021 में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अत्याचार और अपराधों पर संसदीय समिति की सिफारिश के बाद यह कदम आया।
ऑक्सफैम इंडिया के सीईओ अमिताभ बहन ने कहा कि महामारी के दौरान ऑक्सफैम इंडिया ने छत्तीसगढ़ में सक्रिय रूप से काम किया है. हमने विभिन्न जिला प्रशासन के साथ महत्वपूर्ण जीवन रक्षक उपकरण उपलब्ध कराकर जन स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने के लिए काम किया है. आज शुरू किया गया लिंग पाठ्यक्रम युवाओं के लिए लिंग आधारित प्रोग्रामिंग के वास्तविक अभ्यास में अंतर को दूर करने की दिशा में एक लंबा रास्ता तय करेगा.