रायपुर। अमेरिका प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने भारतीय दूतावास (Embassy of India) में यूएस इंडिया स्ट्रेटिजिक पार्टनरशिप फोरम (US India Strategic Partnership Forum) के साथ बैठक की। इस बिजनेस बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ (Chhattisgarh) शासन की नई औद्योगिक नीतियों के संदर्भ में जानकारी भी दी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ में टेक्सटाइल, फार्मा, आयुर्वेद और सर्विस इंडस्ट्री आईटी, इलेक्ट्रानिक्स एवं बॉयो फ्यूल जैसे क्षेत्रों में निवेश की संभावनाएं (Potential Investment Areas) हैं।
मुख्यमंत्री बघेल ने साझा की ये जानकारियां:
मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद निवेशकों को बताया कि छत्तीसगढ उड़ीसा और झारखंड 3 ऐसे राज्य हैं जहां लोहा कोयला और बाक्साइट प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। छत्तीसगढ में हीरा भी है लेकिन अभी उसकी खुदाई नहीं हो रही है। छत्तीसगढ में पर्याप्त मात्रा में खनिज संसाधन मौजूद हैं। हमारे यहां कोर सेक्टर में बड़ी तादाद में उद्योग हैं। छत्तीसगढ में 45 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन होता था। अब वो बढकर 22 हजार मेगावाठ हो चुका है। छत्तीसगढ से महाराष्ट्र गुजरात दिल्ली तेलंगाना और गोवा जैसे कई राज्यों को बिजली की सप्लाई की जाती है।
कोरबा में 10 हजार मेगावाट बिजली:
मुख्यम़ंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के सीमेंट कारखानों की भी जानकारी दी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि हमारे यहां कोरबा अकेला जिला है जो 10 हजार मेगावाट बिजली पैदा करता है।
छत्तीसगढ पर बनी फिल्म भी दिखाई:
इस बैठक की औपचारिक शुरुआत भारत के राजदूत संदीप चक्रवर्ती ने की। इसके बाद वहां मौजूद निवेशकों को छत्तीसगढ पर बनी फिल्म भी दिखाई गई।
प्रतिनिधि मंडल में ये लोग रहे शामिल:
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ उनके सचिव गौरव द्विेदी मुख्य सचिव आरपी मंडल अतिरिक्त मुख्य सचिव सुब्रत साहू सलाहकार प्रदीप शर्मा एमडी सीएसआईडीसी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।