रायपुर। बिलासपुर जिले में एक आदिवासी महिला को जबरदस्ती शराब पिलाकर गैंगरेप करने के मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने घटना पर दुःख व्यक्त करते हुए राज्य सरकार पर निशाना साधा है। साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ को भूपेश बघेल और उनकी सरकार ने अपराध का गढ़ बना दिया है। महिलाओं के साथ अत्याचार और दुष्कर्म की घटनाओं से मुख्यमंत्री बघेल को कोई फर्क नही पड़ता है। उन्हें भ्रष्टाचार करना और भ्रष्टाचारियों को बचाना यही दो महत्वपूर्ण कार्य समझ आता है। जनता की सुरक्षा, प्रदेश के बेटियों को भय मुक्त वातावरण प्रदान करने के कार्य में कोई रुचि नही है।
अरुण साव ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि आज फिर छत्तीसगढ़ महतारी सिसक-सिसक कर रोएंगी। छत्तीसगढ़ महतारी की एक और आदिवासी बेटी के साथ हुई इस हैवानियत के दोषी वो दुराचारी भी हैं और कानून को अपराधियों के कदमों में समर्पित करने वाली कांग्रेस सरकार भी है।
प्रियंका वाड्रा कब छत्तीसगढ़ आएंगी कब पीड़ित परिवार से भेंट करेंगी
अरुण साव ने आगे कहा कि प्रियंका वाड्रा जो कहती हैं कि बेटी हूँ लड़ सकती हूं। आज छत्तीसगढ़ में बेटियां सुरक्षित नही हैं। इन असहाय बेबस बेटियों के लिए लड़ने के लिए कब छत्तीसगढ़ आएंगी। आदिवासी बेटी के साथ इस घटना ने प्रदेश को झकझोर दिया वहां समस्त रुदाली प्रजाति ने मौन धारण कर लिया है। क्या कांग्रेसियों के लिए छत्तीसगढ़ की आदिवासी बेटी कोई मायने नही रखती।
दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
आदिवासी बेटी के साथ हुए इस घटना के दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार कानूनी कार्रवाई करने के मामले में फिसड्डी साबित हुई है। जिसके कारण से ये अपराधी मानसिकता वाले लोग हमेशा कानून व्यवस्था और सरकार को चुनौती देते हैं। उन्होंने ने कहा हमारी मांग है कि दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने वाले दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो।
क्या है मामला
बिलासपुर जिले के बेलगहना चौकी क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली 40 वर्षीय आदिवासी महिला मजदूरी करती है। बीते बुधवार को मजदूरी कर अपने घर लौट रही थी। एस दौरान उसके गांव के ही तीन युवक सियाराम तिर्की, अशोक कुमार यादव और दुकालू बैगा ने उसे रोका और महिला को जबरन शराब पिलाई। महिला के बेसुध होने पर उसके साथ बारी-बारी गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया। फिर मौके से फरार हो गए। महिला को होश आने के बाद उसने घर आकर परिजनों को इसकी जानकारी दी और फिर परिजनों के साथ बेलगहना चौकी जाकर रिपोर्ट दर्ज करवाई। पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जाँच शुरू की। पुलिस ने अपराध दर्ज करने के बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।