रायपुर। छत्तीसगढ़ में आम आदमी को अपने सरकारी काम करवाने में अब परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की तरफ से काम बंद करने का ऐलान कर दिया गया है। इसमें प्रदेश का हर सरकारी कर्मचारी भाग लेकर दफ्तर में होने वाले कामकाज से खुद को अलग रखेगा। इस आंदोलन में लगभग 75 कर्मचारी संगठन एक साथ आंदोलन में शामिल हो रहे हैं।
छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन ने अपने लंबित महंगाई भत्ते को लागू करवाने की मांग रखते हुए 25 से 29 जुलाई तक कलम बंद काम बंद हड़ताल का एलान कर दिया है। इन 5 दिनों में सरकारी दफ्तरों में कोई काम नहीं होगा। इसे लेकर रायपुर में एक बैठक रखी गई थी। बैठक में आंदोलन की रूपरेखा तय की गई है। महंगाई भत्ता और भाड़ा भत्ता को लेकर यह आंदोलन पूरे प्रदेश में किया जाएगा। बड़ी तादाद में रायपुर में भी कर्मचारी जुटेंगे और अपनी आवाज बुलंद करते हुए विरोध प्रदर्शन करेंगे, रैलियां निकाली जाएंगी।
छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के पदाधिकारियों के अनुसार यदि मौजूदा दौर में महंगाई भत्ता और भाड़ा भत्ता लागू कर दिया जाए तो हर कर्मचारी को 5000 अधिक मिलेंगे। इस तरह से देखा जाए तो हर महीने सरकारी दफ्तर में काम करने वाले हर कर्मचारी का 5000 रुपए महीने का नुकसान हो रहा है। प्रदेश के अलग-अलग विभागों में लगभग 5 लाख कर्मचारी काम करते हैं इस आंदोलन में सभी कर्मचारी संगठन एक साथ काम कर रहे हैं।