
सरगुजा। जिले के अंबिकापुर शहर से लगे खैरबार बंधियाचुंआ, घुटरापारा एवं आस-पास के ग्रामीणों ने पार्षद आलोक दुबे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिसके विरोध में ग्रामीणों ने अनुसूचित जाति जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग भूमि व्यवस्थापन संघर्ष समिति का गठन किया है।ग्रामीणों का कहना है वे कई वर्षों से खैरबार बंधियाचुंआ, घुटरापारा एवं आस-पास के क्षेत्र में बसे हुए।बावजूद इसके पार्षद के द्वारा कब्जा खाली करवाने की आय दी धमकी दी जाती है।यही नहीं जिला प्रशासन के द्वारा भी उक्त भूमि से बेदखली का नोटिस भी जारी किया जाता है।
जबकि क्षेत्र के आदिवासी अनुसूचित जाति जनजाति एवं पिछड़े वर्ग के लोगों का सर्वे करने के उपरांत वन भूमि का पट्टा वर्ष 2012 में बना गया था. लेकिन कई लोगों को वन अधिकार पत्र का वितरण नहीं किया गया।जिसके विरोध में ग्रामीणों ने जन आक्रोश रैली निकालकर कलेक्टर के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है। इस दौरान ग्रामीणों ने पार्षद आलोक दुबे पर आरोप लगाया कि भूमि से बेदखली करने की मांग करने वाले भाजपा पार्षद और उसके परिजन फुन्दुरडिहारी गोधनपुर क्षेत्र में लगभग 117 एकड़ संरक्षित वन भूमि को अवैध रूप से अपने नाम करवा कर अवैध फ्लोटिंग कर बेच रहे यही नहीं भाजपा पार्षद अपने प्रभाव और प्रशासन से सांठगांठ कर अपने अवैध कॉलोनी नगर निगम से बिजली पानी सड़क अमृत मिशन जैसी सुविधायें उपलब्ध करा रहे हैं.
वहीं ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि उन्हें वह अधिकार पत्र का वितरण किया जाए. साथी 117 एकड़ संरक्षित वन भूमि पर अवैध कब्जा करने वाले पार्षद के खिलाफ जांच कार्यवाही की जाए, जबकि मांग नहीं पूरी होने पर ग्रामीणों ने आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है इधर एसडीएम प्रदीप साहू ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा जो शिकायत की गई है उसकी जांच नियमानुसार की जा रही है उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।