नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने चंद्रयान-3 के लैंडर की तस्वीरों को साझा किया है। ये तस्वीरें चांद की कक्षा पर घूम रहे चंद्रयान-2 के डुअल-फ्रीक्वेंसी सिंथेटिक एपर्चर रडार (डीएफएसएआर) उपकरण ने 6 सितंबर को खींची थी।
अंतरिक्ष एजेंसी ने जानकारी दी कि डीएफएसएआर चंद्रयान-2 ऑर्बिटर पर लगा एक प्रमुख वैज्ञानिक उपकरण है। यह एल और एस बैंड्स में माइक्रोवेव का इस्तेमाल करता है। यह अत्याधुनिक उपकरण वर्तमान में किसी भी ग्रह मिशन पर सबसे अच्छा रिजॉल्यूशन पोलारिमेट्रिक तस्वीरों की पेशकश करता है। डीएफएसएआर पिछले चार वर्षों से चांद की सतह से उच्च गुणवत्ता वाले डेटा को प्रसारित कर रहा है।
Chandrayaan-3 Mission:
Here is an image of the Chandrayaan-3 Lander taken by the Dual-frequency Synthetic Aperture Radar (DFSAR) instrument onboard the Chandrayaan-2 Orbiter on September 6, 2023.More about the instrument: https://t.co/TrQU5V6NOq pic.twitter.com/ofMjCYQeso
— ISRO (@isro) September 9, 2023
चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर उतरने वाला भारत पहला देश
बता दें कि चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर अपने लैंडर को उतारने वाला भारत पहला देश है। इसरो ने 23 अगस्त को इसकी सफलतापूर्व लैंडिग कराई थी। हालांकि, उत्तरी ध्रुव पर पहले रूस, अमेरिका और चीन अपने यानों को उतार चुके हैं। अंतरिक्ष के क्षेत्र में इसरो की इस सफलता को बड़ी कामयाबी माना जा रहा है।