सर्दी से बचने के लिए जलाई सिगड़ी, दम घुटने से मां-बेटा समेत 3 की मौत

राजस्थान। चूरू जिले के रतनगढ़ में सर्दी से बचने के लिए कमरे में सिगड़ी जलाकर सोए परिवार के 3 लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। मरने वालों में मां-बेटा शामिल हैं। वहीं 3 महीने के मासूम की हालत गंभीर बनी हुई है।
रविवार रात को गौरीसर गांव निवासी अमरचंद प्रजापत की पत्नी सोना देवी( (58), बहू गायत्री देवी (36) पत्नी राजकुमार, पोती तेजस्विनी (3) और 3 महीने का पोता खुशीलाल एक कमरे में सो रहे थे। रात को सर्दी से बचने के लिए कमरे में सिगड़ी जला रखी थी। सोमवार सुबह करीब 8 बजे तक उनके कमरे का गेट नहीं खुला तो अमरचंद ने दरवाजा खटखटाया। अंदर से कोई आवाज नहीं आई। अमरचंद ने खिड़की तोड़कर देखा तो सभी लोग चारपाई पर सोते नजर आए। कोई हलचल नहीं थी। 3 महीने का पोता खुशीलाल रो रहा था।
अमरचंद खिड़की से कमरे में घुसा। पत्नी, बहू और पोती मृत पड़े थे। दादा ने 3 महीने के पोते खुशीलाल को बाहर निकाला। पड़ोस के लोगों के साथ बच्चे को अस्पताल पहुंचाया गया। बच्चे की हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने उसको चूरू के डीबी अस्पताल रेफर कर दिया। यहां पीकू वार्ड में एक्सपर्ट डॉक्टर्स की टीम बच्चे के इलाज में लगी हुई है। बच्चे को वेंटिलेटर पर रखा गया है।
शुरुआती जांच में सामने आया कि रात को कमरे में सिगड़ी जली हुई थी। खिड़की-दरवाजे बंद थे। सिगड़ी से निकले धुएं से कमरे में कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस बढ़ गई। इसी गैस के कारण दम घुट गया और सास-बहू और पोती की मौत हो गई।