
छत्तीसगढ़ में अपराधिक गतिविधियां पहले से बहुत ज्यादा बढ़ गई है। यह वो आंकड़े बता रहे हैं जिसे आज विधानसभा में पेश किया गया। इन आंकड़ों के मुताबिक राजधानी रायपुर सहित पूरे प्रदेश में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के दौरान पूर्व मंत्री और खरसीया विधायक उमेश पटेल ने सदन के पटल पर सवाल रखते हुए पूछा कि प्रदेश में जनवरी 2024 से 2025 तक अलग-अलग अपराधों में कितने मामले दर्ज हुए? इसके साथ ही उन्होंने ये भी पूछा कि रायगढ़ जिले में अपराध की स्थिति क्या है? अपराध रोकने के लिए क्या उपाए किए गए हैं?
इसके जवाब में प्रदेश के गृह मंत्री विजय शर्मा ने बताया कि पूरे प्रदेश में साल 2024 से 2025 के बीच हत्या के 1114, लूट के 458, अपहरण के 3644, चोरी के 7960, डकैती के 56 और बलात्कार के 3191 मामले दर्ज किए गए हैं।
राजधानी रायपुर में हुए अपराधिक घटनाओं को लेकर गृहमंत्री ने बताया कि हत्या, लूट, अपहरण और बलात्कार के मामलों में राजधानी रायपुर टॉप पर है। यहां पिछले एक साल में हत्या के 93, लूट के 80, अपहरण के 515, चोरी के 1645, डकैती के 9 और बलात्कार के 268 केस दर्ज किए गए।
वहीं गृहमंत्री ने उमेश पटेल के सवाल पर रायगढ़ जिले में दर्ज हुए मामलों के बारे में बताते हुए कहा कि रायगढ़ हत्या के मामले में तीसरा, लूट में पांचवा, अपहण में दसवां, चोरी में पांचवा, डकैती में पांचवा और बलात्कार के मामले में प्रदेश में छठवें स्थान पर है।
छत्तीसगढ़ में रेप के आंकड़े चौकाने वाले हैं। प्रदेश में एक साल के भीतर बलात्कार के 3191 केस दर्ज किए गए हैं। रोजाना के हिसाब से इस आंकड़े को देखा जाए तो प्रदेश में औसतन 8 से 9 लोगों को हवस का शिकार बनाया जा रहा है।