रायपुर। केंद्र सरकार इस साल 2021-22 में छत्तीसगढ़ सरकार से कुल 61.65 लाख टन चावल की खरीदी करेगा. राज्य से करीब 37.65 लाख टन चावल लिये जाएंगे और 24 लाख टन चावल पीडीएस में खपाए जाएंगे. केंद्र केवल अरवा चावल ही खरीदेगा. इसे लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर आरोप लगते हुए कहा है कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ से दोयम व्यवहार कर रही है.
सीएम भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा करते हुए केंद्र सरकार पर आरोप लगते हुए कहा कि केंद्र सरकार लगातार छत्तीसगढ़ के साथ दोयम दर्जे की व्यवहार कर रही है। पिछले वर्ष जितने चावल लेने की सहमति दी थी उतने चावल नहीं लिए. इस साल अरवा चावल के क्वालिटी कंट्रोल नियम को सख्त कर दिया गया है. दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ से उसना चावल लेने की मनाही कर दिए हैं. प्रदेश से केवल अरवा चावल लेंगे. उन्होंने कहा यहां जो उसना राइस मिल है उसका क्या होगा?.
आगे सीएम बघेल ने कहा “छत्तीसगढ़ के लोग अरवा चावल जरूर खाते हैं. लेकिन जो उत्पादन हो रहा है हाइब्रिड से उसमें चावल उसना चावल क्वालिटी के रहते हैं. अब केंद्र वो चावल खरीदेंगे नहीं बोल रहे हैं. एक तरफ केंद्र सरकार उसना राइस मिल बढ़ाने के लिए पहले प्रयास करते रही है. अब जो उसना राइस मिल लगा लिए हैं तो उसका चावल नहीं खरीदेंगे… इस तरह से लगातार केंद्र सरकार किसानों के साथ इस प्रकार से व्यवहार कर रही है कि वह हतोत्साहित हो.
केंद्र सरकार द्वारा चावल का कोटा बढ़ाए जाने पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि हम उतना चावल किसी जमा करेंगे। पहले ऐसा नियम था कि अरवा और उसना चावल भी जमा करते थे. लेकिन अब वह केवल अरवा चावल ही लेंगे और उसमें भी क्वालिटी कंट्रोल बहुत टाइट कर दिए हैं. सीएम बघेल ने कहा कि इस विषय पर हम केंद्र सरकार को पत्र लिखेंगे।
बता दें कि 5 अक्टूबर को भारत सरकार की ओर से छत्तीसगढ़ के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव को लेटर जारी किया गया था. जिसमें छत्तीसगढ़ सरकार से इस साल 2021-22 में कुल 61.65 लाख टन चावल की खरीदी करने की बात कही गई है. केंद्र सरकार राज्य से करीब 37.65 लाख टन चावल लेगा और 24 लाख टन चावल पीडीएस में खपाएगा. केंद्र केवल अरवा चावल ही खरीदेगा.
केंद्र सरकार ने पत्र में लिखा है कि भारत सरकार केएमएस 2021-22 के दौरान छत्तीसगढ़ के चावल खरीद अनुमान को 61.65 एलएमटी तक बढ़ा दिया है. हालांकि सीएमआर की खरीद की अवधि और मिलिंग डिलीवरी की अवधि अपरिवर्तित रहेगी. इसके अलावा केएमएस 2021-22 के दौरान एफसीआई द्वारा कोई भी उबला हुआ चावल अधिशेष के रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा.