
नई दिल्ली। सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार को एक व्यक्ति की निर्मम हत्या कर दी गई. यह घटना हरियाणा के सोनीपत जिले के कुंडली में किसानों के प्रदर्शन स्थल के पास की है. जहां व्यक्ति का शव बैरिकेड से बंधा मिला। युवक के एक हाथ और पैर को निर्ममता से काट दिया गया था. हत्या के इस मामले के आरोपी निहंगों के दल के एक सदस्य ने सरेंडर कर दिया है. बाद में पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया.
बता दें कि प्रदर्शन स्थल पर शुक्रवार सुबह एक शख्स का शव पाया गया था जिसकी कलाई और पैर को काट दिया गया था. इस घटना को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर ने कार्रवाई करने की बात की. उन्होंने चंडीगढ़ में अपने निवास पर राज्य के गृह मंत्री अनिल विज के साथ बैठक के बाद यह बात कही थी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मामले में दो संदिग्धों के नाम सामने आए हैं, जिसमें एक बाबा अमनदीप सिंह और बाबा नारायण सिंह. एक ने लखबीर सिंह का हाथ काटा था जबकि दूसरे ने पैर.
इस मामले में जिस व्यक्ति की हत्या की गई थी, उसकी पहचान पंजाब के तरनतारन जिले के लखबीर सिंह के रूप में हुई थी. लखबीर एक मजदूर था और उसके परिवार में एक बहन, पत्नी और तीन बेटियां हैं, जिनमें से सबसे बड़ी 12 साल की है और सबसे छोटी आठ साल की है.
जानकारी के मुताबिक सिखों के पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब को कथित रूप से अपवित्र करने के लिए लखबीर सिंह को पीट-पीटकर मार डाला गया हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है.
हत्यारों ने व्यक्ति का बायां हाथ और दाहिना पैर काट दिया और शव को पुलिस के बैरिकेड्स से बांध दिया और उसे वहीं छोड़ दिया। यह मामला सामने आते ही विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे किसान संघों के एकछत्र निकाय संयुक्त किसान मोर्चा ने घटना की निंदा की थी और हत्या से पल्ला भी झाड़ लिया.
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि उनका दोनों पक्षों, निहंग समूह और मृतक से कोई संबंध नहीं है. समूह ने कहा कि वह धार्मिक बेअदबी से घृणा करता है लेकिन कोई भी कानून को अपने हाथ में नहीं ले सकता. दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए. किसान निकाय ने पुलिस को जांच में हरसंभवन सहयोगी देने की पेशकश की.
एसकेएम के नेताओं में से एक स्वराज इंडिया के प्रमुख योगेंद्र यादव ने कहा कि लखबीर सिंह सिंघू में कुछ लोगों के साथ रह रहे थे. बीती रात अभद्रता के आरोप को लेकर विवाद हो गया. पुलिस के साथ सहयोग करने की एसकेएम की पेशकश को दोहराते हुए उन्होंने कहा, “इसे पुलिस के पास ले जाना चाहिए था… कोई भी कानून अपने हाथ में नहीं ले सकता.”इस बीच, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (NCSC) के अध्यक्ष विजय सांपला ने सिंघु बॉर्डर की घटना पर हरियाणा के पुलिस महानिदेशक से चौबीस घंटों में रिपोर्ट तलब की है. इसके साथ ही हरियाणा के मुख्यमंत्री को निर्देश दिया गया है कि इस मामले में तुरंत कड़ी कार्रवाई की जाए.