रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य विधानसभा ने आज राज्य के 1 लाख 4 हजार करोड़ का बजट पारित किया। इसकी के साथ ही छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र के आज समाप्ति की घोषणा कर दी गई है. अब सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। इस दौरान सदन से निकलते ही प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि यह सत्र बहुत उपलब्धि भरा रहा. पिछले समय 3000 करोड़ से अधिक की राशि की घाटे से बजट की शुरुआत हमने की थी लेकिन इस साल हमने बीते 1103 करोड़ के सरप्लस में आ गए.
इस प्रकार से देखा जाए तो लगभग जो अनुमान किए थे 3000 हजार घाटा का तो हमने वित्तीय प्रबंधन और राजस्व आय में बढ़ोतरी के उपाय किए उसके कारण से लगभग 4805 करोड़ का राजस्व अनुमान से अधिक मिला। सीएम बघेल ने कहा यह हमारे लिए बड़ी उपलब्धि है. और उसी प्रकार से यदि घाटे को देखें तो लगातार विपक्ष का आरोप लगाता है कि हम लोग बहुत कर्ज में डुबो दिए हैं तो अभी जो शुद्ध ऋण है वह 43236 करोड रुपए हमारी सरकार में कर आए है. और जिस में भारत सरकार ने जो हमको जीएसटी देते हैं वह पूर्ति नहीं कर पाए और इस कारण से सभी राज्यों को ना केवल छत्तीसगढ़ को कहा, जिसका जितना जीएसटी मिलता है. उसके विरुद्ध में आप ऋण ले तो यदि उस ऋण को देखें 2 सालों में हमने 8071 करोड रुपए की जीएसटी ऋण ली यदि उनको घटा दे तो हमारे जो शुद्ध ऋण है 34795 करोड़ का है. और इस साल भी 701 करोड़ के हमने सरप्लस बजट प्रस्तुत किया है. यह घाटे का बजट नहीं बल्कि अधिक का बजट है और इस कारण से यदि इस साल हमने CAG का जो रिपोर्ट है. इसमें पूंजीगत व्यय 7629 करोड रुपए है, जबकि राजस्व आदि के 1103 करोड़ का है. वित्तीय घाटा केवल 6591 करोड़ है, जोकि जीएसडीपी का 1.65% है…..