भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष ने मनाया जनजाति गौरव दिवस, बजाया मांदर
लैलूंगा। देश के आदिवासियों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, धरोहर और उनके द्वारा राष्ट्र के निर्माण में दिए गए योगदान को याद करने के लिए पिछले साल केंद्र की मोदी सरकार ने ‘धरती आबा’ भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था। पिछले साल देशभर में 15 नवंबर को बिरसा मुंडा की जयंती ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मनाई गई थी। अब इसी सिलसिले को जारी रखते हुए इस साल भी केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के द्वारा जनजातीय गौरव दिवस दूसरी बार मनाने की तैयारियां शुरू कर दी गई है।
आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों का नाम आते ही सबसे पहले हमारे जहन भगवान बिरसा मुंडा का नाम दौड़ता है। लेकिन बिरसा मुंडा के अलावा और भी कई ऐसे गुमनाम आदिवासी नायक हुए हैं जिन्होंने भारत की एकता और अखंडता और इसकी संप्रभुता अक्षुण्ण रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। निम्नलिखित कुछ महान आदिवासी स्वतंत्रा सेनानी है जिनके अदम्य साहस और वीरता का ये देश हमेशा ऋणी रहेगा…
भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष रवि भगत स्वयं आदिवासी हैं तो उनके लिए यह उत्साह दोगुना हो जाता है इस पावन अवसर पर वह भगवान बिरसा मुंडा जयंती (जनजाति गौरव दिवस )लैलूंगा नगर की शोभायात्रा में शामिल हुए एवं मांदर बजाते दिखे। बता दें इसी वर्ष रवि भगत को भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।