
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में शनिवार को एक घटना हुई जिसमें सांसद को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। यह विवाद गरीब कल्याण मेला में हुआ, जहां शामिल होने पहुंचे भाजपा सांसद संगमलाल गुप्ता को कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी के समर्थकों ने बुरी तरह से पीट दिया। दोनों के समर्थकों में भी जमकर मारपीट हुई। लड़ाई में सांसद के कपड़े भी फाड़ दिए गए। पथराव कर सांसद की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की गई। सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह बच-बचाव कर सांसद को कार्यक्रम स्थल से बाहर निकाला। यह हाथापाई घंटोंभर चली, इसमें प्रमोद तिवारी के साथ भी धक्कामुक्की हुई। इस अफरातफरी में विधायक आराधना मिश्र का मोबाइल फोन गायब हो गया। इस मारपीट में भाजपा और कांग्रेस के कई समर्थकों को चोटें आईं। पुलिस ने दोनों पक्षों को खदेड़कर ब्लॉक पर तीन थानों की फोर्स तैनात कर दी। बवाल की वजह से कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया।
वहीँ इस मामले का वीडियो शेयर करते हुए पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा “भाजपा सरकार में जिस तरह सरेआम हिंसा को प्रोत्साहन-संरक्षण दिया गया, उसका ख़ामियाज़ा आज उसके ही सांसदों-विधायकों को भुगतना पड़ रहा है। ये अपने जनप्रतिनिधियों तक को संरक्षण नहीं दे पा रही है।
उप्र भाजपा सरकार में क़ानून-व्यवस्था फ़रार है। जनआक्रोश का हिंसक होना अच्छा नहीं होता।”
भाजपा सरकार में जिस तरह सरेआम हिंसा को प्रोत्साहन-संरक्षण दिया गया, उसका ख़ामियाज़ा आज उसके ही सांसदों-विधायकों को भुगतना पड़ रहा है। ये अपने जनप्रतिनिधियों तक को संरक्षण नहीं दे पा रही है।
उप्र भाजपा सरकार में क़ानून-व्यवस्था फ़रार है।
जनआक्रोश का हिंसक होना अच्छा नहीं होता। pic.twitter.com/0p25LDNEQz
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 25, 2021
मेला में पहुंचे भाजपा सांसद संगमलाल गुप्ता और कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी आपस में भिड़ गए। दोनों के समर्थकों में जमकर मारपीट हुई। इस दौरान सांसद से भी हाथापाई की गई और उनके कपड़े फाड़ दिए गए। पथराव कर सांसद की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की गई। इस विवाद में सांसद घायल हो गए. वहीँ शनिवार देरशाम एफआईआर की मांग को लेकर भाजपा सांसदों संगमलाल गुप्ता और विनोद सोनकर ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ लखनऊ-वाराणसी हाईवे जाम कर दिया।
इसके बाद लालगंज कोतवाली में कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी, रामपुरखास से कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा मोना समेत 27 नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ जानलेवा हमला, बलवा समेत विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले को लेकर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी ट्वीट किया और कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
यह कार्यक्रम सांगीपुर ब्लॉक सभागार में शनिवार को आयोजित किया गया था। इसमें जारी हुए प्रोटोकॉल के मुताबिक सांसद संगमलाल गुप्ता को बतौर मुख्य अतिथि दोपहर एक बजे वहां पहुंचना था लेकिन वह देर से पहुंचे। इस बीच कांग्रेस नेता व पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी एवं उनकी बेटी रामपुरखास विधायक आराधना मिश्रलगभग 2 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गईं।
समर्थक नारेबाजी करते हुए उन्हें मंच तक ले गए। इसी के ठीक पांच मिनट बाद सांसद संगमलाल गुप्ता पहुंचे तो उनके समर्थक भी नारेबाजी करते हुए उन्हें मंच तक ले गए। इसी से माहौल गरमा गया और दोनों के समर्थकों ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी। अगले ही पल समर्थक एक-दूसरे से भिड़ गए और मारपीट शुरू हो गई।
प्रमोद तिवारी से धक्कामुक्की हुई और आराधना मिश्र का मोबाइल फोन गायब हो गया। मारपीट से सभागार में भगदड़ मच गई। सब जान बचाकर बाहर भागे। इसके बाद सभागार में किसने किसको पीटा यह कोई नहीं देख पाया। अफरातफरी के बीच लंगड़ाते हुए फटे कपड़ों में सांसद संगमलाल गुप्ता सभागार से बाहर आए तो समर्थकों ने उन्हें वहां से निकालने की कोशिश की। इस पर उनकी गाड़ी में भी तोड़फोड़ की गई। हाथ में ईंट-पत्थर लेकर लोगों ने उनके काफिले को काफी दूर तक दौड़ा लिया। सांसद ने अपने साथ मारपीट के अलावा एक इंस्पेक्टर को भी पीटे जाने का आरोप लगाया है।